चाय पीने से 18 महीने के बच्चे की हुई मौत! क्या 12 साल से कम उम्र वाले लड़कों को टी देना चाहिए, जानें हेल्थ एक्सपर्ट की राय
By आजाद खान | Published: August 12, 2023 11:48 AM2023-08-12T11:48:14+5:302023-08-12T11:55:31+5:30
जानकारों की अगर माने तो चाय बड़ों के लिए ठीक पेय हो सकती है लेकिन इससे बच्चों पर बुरा असर पड़ता है। यही कारण है कि वे इससे बच्चों को दूर रखने की सलाह देते है।
Tea Side Effects On Kid's: हाल में मध्य प्रदेश से एक खबर सामने आई थी कि यहां पर एक बच्चे के चाय पीने के कारण उसकी मौत हो गई है। आमतौर पर भारत में चाय को एक एनर्जी देने वाला पेय माना जाता है और लोग बहुत ही चाव से इसे पीते भी है। लेकिन चाय के कारण 18 महीने के बच्चे की मौत ने सबको हैरानी में डाल दिया है।
ऐसे में अब यह सवाल उठ रहे है कि क्या चाय बच्चों के लिए सुरक्षित है और क्या छोटे बच्चे जैसे 12 साल से कम उम्र वाले बच्चों को चाय दिया जा सकता है। आइए जानते है कि एक्सपर्ट्स क्या कहते है इस बारे में और चाय के कारण छोटे बच्चों को क्या नुकसान होता है, आइए एक एक करके जान लेते है।
जानकारों का क्या कहना है
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, छोटे बच्चे जैसे 12 साल से कम उम्र वाले बच्चों को चाय नहीं देना चाहिए। उनके मुताबिक, इससे उनके हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है और कुछ केस में उनकी मौत भी हो जाती है जैसे मध्य प्रदेश वाले केस में बच्चे की जान चली गई है। वे कहते है कि चाय में पाया जाने कैफिन को एक उत्तेजक पदार्थ के रूप में जाना जाता है जिससे बच्चों पर उल्टा असर पड़ सकता है।
इससे बच्चों में नींद आने में दिक्कत हो सकती है साथ ही शरीर में घबराहट, बेचैनी, यूरिन प्रोडक्शन में इजाफा और शरीर में सोडियन के साथ साथ पोटेशियम की मात्रा भी अधिक हो सकती है जो बच्चों के सेहत के लिए हानिकारक है।
इस उम्र वाले बच्चों को नहीं देना चाहिए
कैफिन केवल बच्चों के शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। कभी-कभी छोटे बच्चे दूध पीना नहीं चाहते है इसलिए बच्चों की मां उन्हें चाय में दूध मिलाकर दे देती हैं जिसे जानकार गलत बताते है। हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि बच्चों को कैफिन से जितना दूर रखा जाए उससे उन्हें फायदा ही मिलेगा। यही कारण है कि 12 साल से कम उम्र वाले बच्चों को चाय न पीने की सलाह दी जाती है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)