डिएगो माराडोना ने दागा था 'सदी का सबसे बेहतरीन गोल', आज भी फैंस रह जाते हैं हैरान!
By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 27, 2018 11:21 AM2018-06-27T11:21:59+5:302018-06-27T11:23:01+5:30
Goal of the Century: डिएगो माराडोना ने 1986 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ दागा था सदी का सर्वश्रेष्ठ गोल
फीफा वर्ल्ड कप 1986 में जिस अंदाज में डिएगो माराडोना ने अर्जेंटीना को अपने दम पर वर्ल्ड चैंपियन बनाया उसकी दूसरी मिसाल मिलना मुश्किल है। फुटबॉल इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में शुमार डिएगो माराडोना ने इस वर्ल्ड कप में जादुई खेल से खुद को इस खेल के इतिहास का लेजेंड बना लिया। खास तौर पर इस 1986 के वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ दागे गए उनके दो गोलों को हमेशा याद किया जाएगा।
इनमें से एक गोल तो 'हैंड ऑफ गॉड' था, जिसकी चर्चा सबसे विवादित गोल के तौर पर होती है, लेकिन उसी मैच में माराडोना द्वारा गया एक और गोल, जिसे फुटबॉल इतिहास के सबसे बेहतरीन गोलों में से एक माना जाता है, उनकी महानता दिखाती है। माराडोना के इस गोल को 'गोल ऑफ द सेंचुरी' कहा जाता है। आइए जानें इसकी कहानी।
माराडोना ने 1986 वर्ल्ड कप में दागा था 'सदी का सबसे बेहतरीन गोल'
22 जून 1986 फीफा वर्ल्ड कप के क्वॉर्टर फाइनल में अर्जेंटीना और इंग्लैंड की भिड़ंत हुई। ये मैच इन दोनों देशों के बीच फॉकलैंड युद्ध के चार साल बाद हुआ था और जाहिर सी बात है कि दोनों देशों के फैंस के बीच इसे लेकर काफी तनाव था। लेकिन इस मैच में माराडोना ने अपने लाजवाब खेल से इंग्लैंड की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
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मैच के 51वें मिनट में उन्होंने फुटबॉल इतिहास का सबसे विवादित गोल दागा, जिसे हैंड ऑफ गॉड कहा जाता है। दरअसल, इस गोल को दागते समय गेंद ने माराडोना के हाथ को छुआ था लेकिन रेफरी इसे देख नहीं पाए और ये गोल अर्जेंटीना और माराडोना के खाते में दर्ज हो गया। मैच के बाद माराडोना ने कहा, 'ये गोल थोड़ा माराडोना के सिर और थोड़ा भगवान के हाथ से हुआ' इस बयान की वजह से इसे 'हैंड ऑफ गॉड' गोल कहा गया।
पांच खिलाड़ियों को अकेले छकाते हुए माराडोना ने किया था 'जादुई गोल'
इस विवादित गोल के महज 4 मिनट बाद ही माराडोना ने दिखाया कि क्यों उन्हें महानतम खिलाड़ियों में शुमार किया जाता है। माराडोना ने ये गोल अकेले ही लगभग 60 यार्ड की दूरी तय करते हुए और पांच अंग्रेज खिलाड़ियों और गोलकीपर पीटर शेल्टन को छकाते हुए दागा था।
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माराडोना ने बिना किसी साथी खिलाड़ी की मदद के अकेले ही ड्रिबल करते हुए पांच इंग्लिश खिलाड़ियों बर्डसले, रीड, बुचर, फेनविक और फिर से फेनविक को छकाया और आखिर में अपने से 8 इंच लंबे इंग्लैंड के गोलकीपर पीटर शिल्टन को भी मात देते फुटबॉल इतिहास का सबसे यादगार गोल दाग दिया। माराडोना के इस हैरान करने वाले गोल की वजह से ही इसे 'गोल ऑफ द सेंचुरी' कहा जाता है।
माराडोना के इस दमदार प्रदर्शन की बदौलत अर्जेंटीना ने इस मैच में इंग्लैंड को 2-1 से हराते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई और आखिरकार फाइनल में वेस्ट जर्मनी को मात देते हुए वर्ल्ड चैंपियन बना। माराडोना को उस वर्ल्ड कप में उनके लाजवाब प्रदर्शन के लिए गोल्डन बॉल के खिताब से नवाजा गया। भले ही माराडोना के 'हैंड ऑफ गॉड' गोल को लेकर काफी विवाद है लेकिन 'गोल ऑफ द सेंचुरी' के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।