1 किलो प्लास्टिक कूड़ा लाने पर भरपेट स्वादिष्ट खाना देगा ये रेस्टोरेंट
By उस्मान | Published: July 24, 2019 12:59 PM2019-07-24T12:59:23+5:302019-07-24T12:59:23+5:30
देश के पहले इस गार्बेज कैफ़े में जो भी व्यक्ति प्लास्टिक कूड़ा इकठ्ठा करके उसे देगा, उसे फ्री में खाना दिया जाएगा। जो व्यक्ति एक किलो प्लास्टिक कूड़ा लाएगा उसे फुल मील दी जाएगी और जो आधा किलो कूड़ा लाएगा उसे नाश्ता दिया जाएगा।
प्लास्टिक के कचरे से पूरी दुनिया परेशान है। समंदर हो या नदियां। पहाड़ हों, दूर स्थित द्वीप हों या मैदान, हर जगह प्लास्टिक के कचरे से प्रदूषण और पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। प्रदूषण स्तर बढ़ने के बावजूद विभिन्न इलाकों में कूड़ा जलाने का काम जारी है। इसमें प्लास्टिक व चमड़े के अलावा कई ऐसे सामान भी होते हैं जिससे रासायनिक तत्वों का रिसाव होता है। कारखानों से निकलने वाला कूड़ा इसमें सबसे अधिक खतरनाक साबित हो रहा है। बड़ा सवाल ये है कि आज जिस तरह प्लास्टिक की लत लग गई है, उसमें बुनियादी तौर पर बदलाव कैसे लाया जा सकता है?
इस समस्या से निजात पाने के लिए छत्तीसगढ़ नगर निगम ने एक पहल शुरू की है। इस पहल से सरकार को शहर में प्लास्टिक प्रदूषण का प्रबंधन करने में मदद मिलेगी। इसके लिए निगम ने गार्बेज कैफ़े शुरू किया है। निगम ने कहा है कि जो भी व्यक्ति प्लास्टिक कूड़ा इकठ्ठा करके उसे देगा, उसे कैफ़े में फ्री में खाना दिया जाएगा। जो व्यक्ति एक किलो प्लास्टिक कूड़ा लाएगा उसे फुल मील दी जाएगी और जो आधा किलो कूड़ा लाएगा उसे नाश्ता दिया जाएगा।
नगर निगम इकट्ठे किए गए प्लास्टिक कचरे का उपयोग अंबिकापुर में सड़कों के निर्माण में करेगा। यह कैफ़े शहर के मुख्य बस स्टैंड के पास शुरू होगा। निगम ने गार्बेज कैफे योजना के लिए 5 लाख रुपये का बजट रखा है। इतना ही नहीं, प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करने वाले बेघरों को मुफ्त आश्रय देने की भी योजना है।
इस अभियान के तहत नगर निगम मुफ्त में गरीबों को खाना और बेघरों को आश्रय उपलब्ध कराएगा। इस योजना को सफाई अभियान के साथ जोड़ा गया है। सफाई अभियाने में अंबिकापुर देश का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। शहर में पहले से ही प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध है।