होली की तैयारियों मं पूरा देश इस समय बिजी हैं। कहीं घर में पापड़ और गोझिया बन रही है तो कहीं रंग और पिचकारियां खरीदे जा रहे हैं। होली खेलना और रंग लगाना किसे पसंद नहीं है। कई लोग होली के लिए अपने पसंदीदा रंग भी खरदीते हैं। कई तो गुलाल से ही होली खेलते हैं।
होली के समय बाजार में तरह-तरह के रंग मिलते हैं। खासकर केमिकल वाले रंग धड़ल्ले से मार्केट में बिकते हैं। इन रंगों में पीसी हुई ईंट, बालू या मिट्टी होती है। जो आपकी स्किन को बहुत नुकसान पहुंचाती है। इसलिए मार्केट से होली का रंग खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
आज हम आपको यहां कुछ ऐसे ही टिप्स देने जा रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखकर आप होली का रंग खरीदें। वरना आपकी स्किन पर होली खेलना भारी भी पड़ सकता है।
1. पहले चेक करें लैब टेस्ट सर्टिफिकेट
होली का रंग खरीदने से पहले इस बात की जांच कर लें कि उसे लैब टेस्ट सर्टिफिकेट मिला हो। इन रंगों के पैकेट पर यह प्रिटं होता है। गुलाल या रंग का पैकेट खरीदते समय इसके ऊपर बना लैब टेस्ट सर्टिफिकेट चिह्न जरूर देखें।
2. हर्बल हो गुलाल
केमिकल रंगों से जितना हो सकता है बचें। ये आपकी स्किन प्रॉब्लम बन सकती है। आपकी नाजुक स्किन पर केमिकल रंग बहुत सारे साइड इफेक्ट्स छोड़ देते हैं। इसलिए कोशिश करें गुलाल खरीदें और उसमें हर्बल गुलाल हो तो बात बन जाएगी।
3. पैच टेस्ट
कई बार कलर आपकी स्किन को सूट नहीं करते। इस वजह से भी आपकी स्किन पर चकत्ते या रैशेज हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि रंग खरीदने से पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें। इसके लिए जो भी रंग आप खरीद रहे हैं इसे चुटकी में लेकर हाथों पर लगाएं। अगर आपको खुजली या जलन नहीं हो रही तो आप ये कलर खरीद लें।