उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं बृहस्पतिवार से शुरूहुई है। हाईस्कूल की परीक्षा में कुल 31,95,603 विद्यार्थी जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा में 26,11,319 विद्यार्थी शामिल हुए हैं।
परिषद की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बुधवार को कहा कि इन परीक्षाओं के लिए कुल 8,354 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं और नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी केंद्र सीसीटीवी कैमरे से लैस रहेंगे।
उन्होंने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों के लिए प्रश्नपत्रों का केंद्रवार बंडल बनाया गया है। परीक्षाओं में नकल और उत्तर पुस्तिकाओं की हेराफेरी पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश से समस्त जिलों के वास्ते क्रमांकित उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था की गई है।
श्रीवास्तव ने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा कुल 14 कार्य दिवसों में पूरी होकर 28 फरवरी 2019 को संपन्न होंगी जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षा कुल 16 कार्य दिवसों में पूरी होकर दो मार्च को संपन्न होंगी।
उन्होंने बताया कि कुम्भ मेले को देखते हुए प्रमुख स्नान पर्व को और उससे एक दिन आगे और पीछे परीक्षा नहीं है।
श्रीवास्तव ने कहा, "हमारी कोशिश होगी कि अप्रैल के दूसरे या तीसरे सप्ताह में हम इन परीक्षाओं के परिणाम घोषित कर दें।"
पिछले साल यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षाएं 6 फरवरी से 22 फरवरी (15 कार्यदिवस) और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 6 फरवरी से 10 मार्च (30 कार्यदिवस) में संपन्न कराई गई थी। लेकिन इसबार छात्रों की सुविधा के लिए इसे 16 दिन में समाप्त किया जा रहा है। परीक्षाएं दोनों पाली में आयोजित की जाएंगी।
इसबार फिर प्रशासन का पूरा जोर बिना नकल की परीक्षाओं पर रोगा। लड़कियों को स्वकेंद्र परीक्षा केंद्र निर्धारण का निर्देश दिया गया है। लेकिन नकल रोकने के लिए दूसरे स्कूलों के कक्ष निरीक्षक तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे जहां परीक्षा केंद्र के सारे विवरण होंगे। हर केंद्र से जीपीएस से लिंक होगा। केंद्र निर्धारण में शिकायत के लिए ई-मेल आईडी जारी की जाएगी।