2019 से JEE, NEET के छात्रों को मोदी सरकार देगी मुफ्त सरकारी कोचिंग, जानें कैसे उठाए इस स्कीम का फायदा
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 30, 2018 01:42 PM2018-08-30T13:42:06+5:302018-08-30T13:42:06+5:30
मोदी सरकार अगले साल से नीट, जेईई जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को मुफ्त में कोचिंग देने जा रही है। यानी अब प्राइवेट कोचिंग में जेईई और नीट की पढ़ाई करने के लिए मोटी रकम देने से छात्र बच सकते हैं।
नई दिल्ली, 30 अगस्त: NEET, JEE जैसे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए मोदी सरकार एक बड़ा तोहफा देने वाली है। मोदी सरकार अगले साल से नीट, जेईई जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को मुफ्त में कोचिंग देने जा रही है। यानी अब प्राइवेट कोचिंग में जेईई और नीट की पढ़ाई करने के लिए मोटी रकम देने से छात्र बच सकते हैं। यह ऐलान नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने किया है। हाल ही में केंद्र सरकार ने जेईई, नीट जैसी कांपटीटिव एग्जाम आयोजित कराने वाले सीबीएसई बोर्ड से जिम्मेदारी लेकर एनटीए को सौंपा था।
ऐसे होगी शुरुआत
साल 2019 से एनटीए मुफ्त में सराकरी कोचिंग का काम चालू करेगी। एनटीए मुफ्त सरकारी कोचिंग की शुरुआत प्रक्टिस सेंटरों से करेगी। यानी शुरुआत में 2697 प्रैक्टिस सेंटरों को अगले सास टीचिंग सेंटरों में बदलेगी। हालांकि 8 सितंबर से ही इसका काम शुरू हो जाएगा। मुफ्त सरकारी कोंचिग कराने से पहले डिजिटल तरीके से छात्रों को रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा। खबरों के मुताबिक मई 2019 से टीचिंग सेंटरों में टीचिंग प्रोसेस शुरु होगा।
इन स्टेप्स में होंगे रजिस्ट्रेशन
जेईई मेन में एडमिशन के लिए छात्रों पहले स्टेप में मॉक टेस्ट से गुजरना पड़ेगा। रजिस्ट्रेशन छात्र मोबाइल ऐप और वेबसाइट के करा सकते हैं। यह ऐप या वेबसाइट एनटीए द्वाार जारी किया जाएगा। मॉक टेस्ट प्रैक्टिस सेंटरों में आयोजित होने वाले हैं। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक छात्रों को मॉक परीक्षाओं में स्लॉट पाने के लिए छात्रों को मोबाइल ऐप या फिर एनटीए की ऑफिशल वेबसाइट के जरिए रजिस्टर कराना होगा। रजिस्टर्ड छात्रों को ही मॉक परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा और नीट और यूजीसी नेट की मॉक परीक्षा दे सकते हैं। रिजल्ट आने के बाद सेंटर के टीचर छात्रों को उनकी गलतियां समझने और उन्हें सुधारने में मदद करेंगे।
गांव और शहरों से निकलेगा टैलेंट
मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि आग चलकर इन्हें प्रैक्टिस सेंटर न बनाकर टीचिंग सेंटर बना दिया जाए। इसमें छात्रों से कोई फीस नहीं लिया जाएगा। इससे गांव और शहर के टैलंटैड छात्रों को न केवल उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए प्रवेश पाना आसान होगा बल्कि हमारी शिक्षा व्यवस्था भी सुधरेगी। एनटीए 1 सिंतबर को मोबाइल ऐप और वेबसाइट को लॉन्च करेगी और उसी दिन एजेंसी UGC-NET 2018 और JEE-Main के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए प्रक्रिया शुरू करेगी।