जेईई-मुख्य परीक्षाः छात्रों ने कहा-भय और राहत से फ्री, कहा-एक साल बर्बाद नहीं होगा

By भाषा | Published: September 2, 2020 06:45 PM2020-09-02T18:45:12+5:302020-09-02T18:45:12+5:30

वायरस से संक्रमित होने की चिंता और आशंका से शुरू हुई, लेकिन केंद्रों पर महामारी से बचने के लिए किए गए उपायों से उनका भय दूर हुआ और अंतत: उन्हें इस बात की राहत मिली कि महामारी की वजह से उनका एक साल बर्बाद नहीं होगा।

JEE-Main Examination Students Free from fear and relief year will not be wasted | जेईई-मुख्य परीक्षाः छात्रों ने कहा-भय और राहत से फ्री, कहा-एक साल बर्बाद नहीं होगा

शुरुआत में मुझे कोरोना वायरस के संपर्क में आने का डर था लेकिन जब मैं परीक्षा केंद्र पहुंचा तो मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। (file photo)

Highlightsसख्त एहतियाती उपायों और सामाजिक दूरी के साथ-साथ कुछ धड़ों द्वारा इस अहम परीक्षा को स्थगित करने की मांग के बीच हुई।परीक्षा सुबह 9:30 बजे से दोपहर बारह बजे तक हुई। मेरे परीक्षा कक्ष में करीब 50 छात्र बैठे थे।गौड़ ने कहा कि उन्हें कोरोना वायरस के संपर्क में आने का भय था लेकिन सबकुछ अच्छा होने से राहत महसूस कर रहा हूं।

नई दिल्लीः दिल्ली में जेईई-मुख्य परीक्षा देने वाले छात्रों के दिन की शुरुआत कोरोना वायरस से संक्रमित होने की चिंता और आशंका से शुरू हुई, लेकिन केंद्रों पर महामारी से बचने के लिए किए गए उपायों से उनका भय दूर हुआ और अंतत: उन्हें इस बात की राहत मिली कि महामारी की वजह से उनका एक साल बर्बाद नहीं होगा।

उल्लेखनीय है कि देश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई)- मुख्य मंगलवार को महामारी की वजह से सख्त एहतियाती उपायों और सामाजिक दूरी के साथ-साथ कुछ धड़ों द्वारा इस अहम परीक्षा को स्थगित करने की मांग के बीच हुई। हालांकि, यह परीक्षा पहले ही दो बार स्थगित हो चुकी थी।

दिल्ली के उत्तम नगर से विवेक विहार स्थित परीक्षा केंद्र आए निखिल कुमार ने कहा कि परीक्षा बहुत ही सुचारू तरीके से संपन्न हुई। उन्होंने कहा, ‘‘परिसर के भीतर भी कर्मचारियों द्वारा सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित किया गया। परीक्षा ठीक हुई। मैंने ऑनलाइन कक्षाओं की मदद से प्रवेश परीक्षा की तैयारी की थी। मुझे इस बात की राहत है कि देरी के बावजूद अंतत: परीक्षा संपन्न हुई।’’ भीकाजी कामा प्लेस निवासी विशाल गुप्ता कैब के जरिये परीक्षा केंद्र पहुंचे।

गुप्ता ने बताया, ‘‘परीक्षा सुबह 9:30 बजे से दोपहर बारह बजे तक हुई। मेरे परीक्षा कक्ष में करीब 50 छात्र बैठे थे। स्कूल कर्मियों द्वारा सामाजिक दूरी का कड़ाई से अनुपालन कराया गया। परीक्षा केंद्र पहुंचने में मुझे किसी मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ा।’’ खानपुर से परीक्षा देने विवेक विहार आए 17 वर्षीय भूषण गौड़ ने कहा कि उन्हें कोरोना वायरस के संपर्क में आने का भय था लेकिन सबकुछ अच्छा होने से राहत महसूस कर रहा हूं।

उन्होंने कहा, ‘‘ मेरी जेईई-मुख्य परीक्षा दोपहर ढाई बजे शुरू होगी। शुरुआत में मुझे कोरोना वायरस के संपर्क में आने का डर था लेकिन जब मैं परीक्षा केंद्र पहुंचा तो मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। मैंने परीक्षा की तैयारी की है और अब इसके होने से राहत महसूस कर रहा हूं। एक और परेशानी वाले साल का इंतजार कर रहा हूं।’’ गौड़ के पिता संजय कुमार ने कहा कि शुरुआत में उन्हें कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से आशंका थी। शहादरा के जगतपुरी निवासी विशाल यादव ने कहा कि सामाजिक दूरी उनके लिए मुख्य चिंता थी।

यादव ने कहा, ‘‘स्कूल कर्मियों ने हमें तीन बार सेनिटाइजर दिया। जब हम स्कूल में दाखिल हुए तब उन्होंने नया मास्क दिया और पुराना मास्क निकालने को कहा। केंद्र के अंदर हमें एक-एक सीट छोड़कर बैठाया गया।’’

गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी में जेईई-मुख्य पहली बडे़ पैमाने पर हो रही परीक्षा है जो एक सितंबर से छह सितंबर के बीच संपन्न होगी। परीक्षा के लिए नौ लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है। इस परीक्षा के जरिये भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों और केंद्रीय वित्तपोषित प्रौद्योगिकी संस्थानों में प्रवेश मिलता है।

Web Title: JEE-Main Examination Students Free from fear and relief year will not be wasted

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