जेईई मुख्य परीक्षाः दूसरे दिन 80 फीसदी से अधिक छात्र शामिल, फिजिक्स के ट्रिकी सवालों ने उलझाया, कैमिस्ट्री आसान
By एसके गुप्ता | Published: September 2, 2020 08:55 PM2020-09-02T20:55:57+5:302020-09-02T20:55:57+5:30
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के महानिदेशक डा. विनीत जोशी ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा कि 650 से अधिक केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया। सभी केंद्रों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
नई दिल्लीः इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मुख्य के दूसरे दिन बीटेक अभ्यार्थियों ने दो शिफ्टों में परीक्षा दी। जिसमें 80 फीसदी छात्र शामिल हुए हैं।
पहले दिन बी.आर्क की परीक्षा थी, इसमें 60 फीसदी छात्र शामिल हुए थे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के महानिदेशक डा. विनीत जोशी ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा कि 650 से अधिक केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया। सभी केंद्रों पर कोरोना संक्रमण से बचाव के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
उन्होंने कहा कि जेईई मुख्य परीक्षा छह सितंबर तक हर दिन दो शिफ्ट में आयोजित की जा रही है। परीक्षा देने वाले छात्रों ने भी पेपर को न ज्यादा टफ और न ज्यादा आसान बताते हुए औसत कहा है। केंद्रीय शिक्षा सचिव (उच्च शिक्षा) अमित खरे ने परीक्षा के दूसरे दिन भारी संख्या में छात्रों के परीक्षा में शामिल होने की सराहना करते हुए कहा है कि सरकार का उद्देश्य छात्रों का साल खराब होने से बचाना है।
एनटीए के अधिकारी दिन-रात परीक्षा आयोजन में लगे हुए हैं। इसके अलावा राज्य सरकारों की ओर से भी सराहनीय योगदान मिल रहा है। बुधवार को जेईई मुख्य की बीटेक परीक्षा में सुबह की शिफ्ट में करीब 85 फीसदी और दोपहर की शिफ्ट में करीब 79 फीसदी छात्रों ने भाग लिया। फिलहाल बुधवार रात तक एनटीए कार्यालय में गुरूवार को होने वाली परीक्षा और मॉनिटरिंग कार्य पर बैठक चल रही थी।
जेईई परीक्षा के विशेषज्ञ रमेश बतलीश के अनुसार पेपर में मैथमेटिक्स और फिजिक्स सेक्शन के सवाल लंबे थे। फिजिक्स के कुछ सवाल ट्रिकी पूछे गए हैं जो छात्रों को उलझाने वाले रहे और कैमिस्ट्री सेक्शन अन्य सेक्शन की तुलना में आसान रहा। गणित के सवाल मध्यम स्तर के पूछे गए जो न तो कठिन थे और न बहुत ज्यादा आसान।
तीनों सेक्शन के सवाल एनसीईआरटी की ग्यारहवीं-बारहवीं पुस्तक और पैटर्न आधारित रहे हैं। कैमिस्ट्री में एनसीईआरटी पुस्तक से पूछे गए प्रश्नों की संख्या गणित और फिजिक्स की तुलना में अधिक रही है।