ऑल इंडिया टेक्नीकल एजुकेशन (एआईसीटीई) ने इंजीनियरिंग एक नया फरमान जारी किया है, जिसमें छात्र तकनीक शिक्षा के अलावा पुराणों और वेदों की भी ज्ञान हासिल करेंगे। एआईसीटीई के जारी नए आदेश में करिकुलम बदल दिया गया है। अब नए पाठ्यक्रम के अनुसार छात्रों को वेद, पुराण, शास्त्र आदि का भी अध्य्यन करवाया जाएगा।
इसके अलावा संविधान और पर्यावरण विज्ञान के बारे में भी जानकारी दी जा सकती है। बताया जा रहा है कि इसके परीक्षा मार्क्स फाइनल मार्क्स में सम्मिलित नहीं करें जाएंगे। पाठ्यक्रम में ये बदलाव इसी साल से हो सकता है।
खबरों के अनुसार, यह नया पाठ्यक्रम केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार (24 जनवरी) लॉन्च किया और इस दौरान कहा कि पाठ्यक्रम को नए तरह से किया जाएगा और अपडेटेड सेलेबस छात्रों का अधिकार है। भारतीय परंपराओं के ज्ञान वाले इन तमाम कोर्स में दार्शनिक, भाषा, योग और कलात्मक परंपराओं पर ध्यान दिया जाएगा।
वहीं, नए करिकुलम में छात्रों पर से थेयरी का बोझ कम करते हुए प्रैक्टिकल को बढ़ावा दिया गया है। साथ ही बीटेक के लिए छात्रों को 220 की बजाय 160 क्रेडिट नंबर की ही जरूरत होगी। इन 160 क्रेडिट्स में से 14 क्रेडिट्स 6 से 8 महीने की इंडस्ट्रीयल इंटर्नशिप के होंगे जो सबके लिए जरूरी होगी। छात्रों को अपनी डिग्री के पहले यह इंटर्नशिप पूरी करनी होगी।