UP Crime News: ज्ञानपुर से चार बार विधायक रह चुके गैंगस्टर विजय मिश्रा को 15 वर्ष कारावास की सजा, गायिका से कई बार दुष्कर्म का मामला, 110000 रुपये का जुर्माना
By राजेंद्र कुमार | Published: November 4, 2023 05:25 PM2023-11-04T17:25:40+5:302023-11-04T17:26:36+5:30
UP Crime News: भदोही के ज्ञानपुर से चार बार विधायक रह चुके गैंगस्टर विजय मिश्रा को एक गायिका से कई बार दुष्कर्म करने के जुर्म में एक एम.पी./एम.एल.ए. अदालत ने शनिवार को 15 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई।
भदोहीः उत्तर प्रदेश में भदोही जिले की ज्ञानपुर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रहे बाहुबली नेता विजय मिश्रा को एक सिंगर से दुष्कर्म करने के मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने शनिवार को 15 साल की सजा सुनाई. इसी मामले में विजय मिश्रा पर एक लाख दस हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है.
जबकि पूर्व विधायक विजय मिश्रा के बेटे विष्णु मिश्र और नाती ज्योति उर्फ विकास मिश्र साक्ष्य के अभाव में बरी किया गया हैं. विजय मिश्रा जेल में बंद मुख्तार अंसारी तथा मारे जा चुके अतीक अहमद के साथी रहे हैं. अधिकारियों के अनुसार, वाराणसी की एक सिंगर ने विजय मिश्रा तथा उनके बेटे विष्णु मिश्रा और उनके पोते विकास मिश्रा पर दुष्कर्म और धमकी देने का मामला अक्टूबर 2020 में दर्ज कराया गया था.
उक्त सिंगर ने यह आरोप लगाया था कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान विजय मिश्रा ने सपा प्रत्याशी अपनी बेटी सीमा मिश्रा के चुनाव प्रचार के लिए उसे बुलाया था. सीमा मिश्रा तब प्रयागराज (इलाहाबाद) सीट से चुनाव लड़ रही थी. विजय मिश्रा ने मुलायम सिंह यादव से पैरवी कराकर सीमा को अखिलेश यादव से टिकट दिलवाया था.
यहीं नहीं विजय मिश्रा ने प्रयागराज में एक बड़ी चुनावी रैली की थी. जिसमें सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, आजम खान, अखिलेश यादव और उनके मंत्रिमंडल के कई नेताओं ने हिस्सा लिया था और भाजपा को हराने की हुंकार भरी थी. सिंगर का आरोप है कि इस रैली के बाद ही उसे चुनाव प्रचार के लिए बुलाया गया और फिर अपने आवास में उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म किया.
इसके बाद उन्होने अपने बेटे और पोते से उसे वाराणसी छोड़ने के लिए कहा था. रास्ते में विजय मिश्रा के बेटे विष्णु मिश्रा और विकास मिश्रा ने उसके साथ रेप किया था. एमपी-एमएलए कोर्ट में इस मामले की हुई लंबी सुनवाई के बाद गत शुक्रवार को कोर्ट के न्यायाधीश सुबोध सिंह ने बाहुबली नेता विजय मिश्रा को दोषी करार दिया था.
जबकि विष्णु मिश्रा और विकास मिश्रा को सबूत के अभाव में संदेश का लाभ देते हुए बरी कर दिया था. इस मामले में शनिवार को विजय मिश्रा को सजा सुना दी है. विजय मिश्रा के वकीलों का कहना है कि इस फैसले के खिलाफ उच्च अदालत में याचिका दाखिल की जाएगी.
कौन है विजय मिश्रा:
बाहुबली नेता विजय मिश्रा चार बार विधायक रहे है. वह तीन बार सपा के टिकट पर और चौथी बार निषाद पार्टी से ज्ञानपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए. विजय मिश्रा ने भदोही से कांग्रेस ब्लॉक प्रमुख के रूप में तीन दशक पहले राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की थी. इसके बाद वह में शामिल हुए और ज्ञानपुर सीट से वर्ष 2002, वर्ष 2007 और वर्ष 2012 में विधानसभा चुनाव सपा के टिकट से जीता.
वर्ष 2017 में अखिलेश यादव से उनकी खटपट हो गई और अखिलेश ने अपनी 'बाहुबली -विरोधी' छवि को मजबूत करने के लिए उनका टिकट काट दिया. इसके बाद विजय मिश्रा ने निषाद पार्टी से हाथ मिलाया और वर्ष 2017 का चुनाव लड़ा. इस चुनाव में मोदी लहर के बावजूद उनकी जीत हुई.
लेकिन उसके बाद उनके खिलाफ लोगों के आवाज उठानी शुरू कर दी और सिंगर द्वारा उनके खिलाफ दर्ज हुए मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई. इस प्रकार के बाद सरकार ने अवैध तरीके से अर्जित की गई उनकी 63 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की. यहीं नहीं विजय मिश्रा के पेट्रोल पंप से पुलिस ने एके-47 राइफल भी बरामद की. विजय मिश्रा के खिलाफ एक दर्जन से भी अधिक गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं.