गिरफ्तारी के बाद चिल्लाने लगा था विकास दुबे, चौकी आरक्षक ने जमकर जड़ा चांटा फिर हुआ शांत

By बृजेश परमार | Published: July 9, 2020 06:41 PM2020-07-09T18:41:00+5:302020-07-09T18:44:33+5:30

विकास ने अपनी गैंग के साथ मिलकर यूपी पुलिस के 8 कर्मचारियों को मौत के घाट उतारा है। उज्जैन बाबा महाकाल की पुलिस का रौद्र रूप उसे देखने को मिल गया है और एक चांटे में ही उसे तारे नजर आ गए। गौरतलब है कि जिस आरक्षक ने विकास को दिन में तारे दिखाए, उक्त आरक्षक कुछ समय पूर्व ही कोरोना संक्रमित हुआ था। कुछ समय पूर्व ही उसे पुन: पुलिस लाइन से पुलिस चौकी महाकाल पर पदस्थ किया गया है।

Vikas Dubey shouted after the arrest, the outpost constable fiercely slammed again | गिरफ्तारी के बाद चिल्लाने लगा था विकास दुबे, चौकी आरक्षक ने जमकर जड़ा चांटा फिर हुआ शांत

विकास दुबे को पकड़े जाने के बाद उसे महाकाल थाने लाया गया था।

Highlightsविकास दुबे बड़े ही नाटकीय अंदाज में महाकाल मंदिर दर्शन करने पहुँचा था।पकड़ने जाने के बाद उसने अपने नाटक का अंतिम पार्ट खेलना चाहा।

उज्जैन: पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला दुर्दान्त अपराधी एवं गैंगस्टर विकास दुबे बड़े ही नाटकीय अंदाज में महाकाल मंदिर दर्शन करने पहुँचा था। पकड़ने जाने के बाद उसने अपने नाटक का अंतिम पार्ट खेलना चाहा। इसी दौरान महाकाल चौकी के आरक्षक ने दम दिखाया और ऐसा चांटा जड़ा कि एक चांटे में ही दुबे की आवाज हलक में ही अटक गई। 

विकास दुबे को पकड़े जाने के बाद उसे महाकाल थाने लाया गया था। यहां से उसे अन्यत्र स्थान पर ले जाया जाना था। इसके लिए विकास दुबे को गाड़ी में बैठाया जा रहा था। विकास को महाकाल चौकी के एएसआई राजेन्द्र शर्मा और आरक्षक विजय राठौर ने कमर और हाथ से पकड़ रखा था। इसी दौरान विकास चिल्ला चोट करने लगा और कहने लगा कि मैं विकास दुबे हूँ, कानपूर वाला...। 

उसकी इस हरकत पर आरक्षक विजय राठौर ने उसे जमकर एक चांटा जड़ा, इस चांटे के पड़ते ही विकास की आवाज हलक में अटक गई। तत्काल ही विकास को गाड़ी में बैठा दिया गया। इस घटनाक्रम का वीडियो सबसे ज्यादा चर्चित हुआ है। 

नागझिरी से पूरे परिवार को उठाया

दुर्दांत विकास दुबे के पकड़े जाने के बाद उसके उज्जैन के कॉन्टेक्ट को पुलिस ट्रेस करने में लग गई। प्रारंभिक जानकारी में उसने जो बताया, उस आधार पर नागझिरी से एक तिवारी परिवार को उठाया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दुबे के उज्जैन पहुंचने और यहाँ ठहरने को लेकर पुलिस को जानकारी मिली। तत्काल एक टीम को नागझिरी में करीब पिछले १५ साल से रह रहे एक तिवारी परिवार को उठाया गया है। तिवारी परिवार का एक सदस्य एक लीकर कंपनी से जुड़ा हुआ है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि विकास दुबे इनके यहीं आकर रुका था और उसके बाद महाकाल के लिए रवाना हुआ था। विकास दुबे इनका रिश्तेदार है। पुलिस ने ६ सदस्यीय परिवार को उठाया है।

कोर्ट में वकीलों का प्रदर्शन

दुर्दांत विकास दुबे को उज्जैन न्यायालय में पेश करने के पूर्व अभिभाषक संघ की ओर से जमकर प्रदर्शन हुआ है। वकीलों ने न्यायालय परिसर में प्रदर्शन करते हुए अपने नारों में साफ बता दिया कि पुलिस के हत्यारों को गोली मारो सालों को।
विकास दुबे को ५ बजे तक पेश करने की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन पुलिस उसे लेकर नहीं पहुंची थी। इससे पूर्व न्यायालय परिसर में मंडल अभिभाषक संघ के करीब १०० से अधिक सदस्यों ने न्यायालय परिसर में प्रदर्शन करते हुए साफ कहा कि महाकाल जैसे पवित्र स्थल पर हत्यारे ने पनाह ली, जबकि आम आदमी को वहाँ घुसने से पहले पूरी तरह परेशान किया जाता है। ऐसे हाल में अपराधी का वहाँ पहुंचना और उसे जिस तरह पकड़ा गया है, वही आश्चर्यजनक है। प्रदर्शन के दौरान वकीलों ने नारे लगाए कि पुलिस के हत्यारों को, गोली मारों सालों को, अपराधियों के दलालों को, गोली मारों सालों को।

Web Title: Vikas Dubey shouted after the arrest, the outpost constable fiercely slammed again

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