उत्तरकाशी: रात को घर की बिजली काटकर नाबालिग को उठाकर रेप कर की हत्या, सीएम ने दिए जांच के आदेश
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: August 19, 2018 04:14 AM2018-08-19T04:14:56+5:302018-08-19T04:14:56+5:30
उत्तरकाशी के डुंडा ब्लॉक क्षेत्र में शुक्रवार रात अज्ञात हैवानों ने एक नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी।
देहरादून, 18 अगस्त: उत्तरकाशी के डुंडा ब्लॉक क्षेत्र में शुक्रवार रात अज्ञात हैवानों ने एक नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी। नाबालिग की लाश दिल दहला देने वाली हालत में शनिवार तड़के एक मोटर पुल के पास पड़ी मिली।
उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक ददन पाल ने बताया कि आरोपी जिले के भाखड़ा गांव में बिजली का कनेक्शन काटने के बाद कल लड़की के घर में घुसे और उन्होंने उसका अपहरण कर लिया। यह घटना उस वक्त घटी जब वह अपने माता-पिता के साथ सो रही थी। उन्होंने कहा कि वे उसे घर से दूर ले गए और कथित तौर पर उससे बारी-बारी से बलात्कार किया।
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है किउत्तरकाशी में सामूहिक बलात्कार के बाद एक बच्ची की हत्या ने मुझे हिलाकर रख दिया है। हमारे 'देवभूमि' में ऐसे राक्षसी अपराधों के लिए कोई जगह नहीं है और मैं आश्वासन देता हूं कि इस घटना के सभी अपराधियों को कानून के तहत सख्त सजा दी जाएगी
The murder of a girl child after gang-rape in Uttarkashi has shaken me. There is no place for such demonic crimes in our 'Devbhumi' and I assure that all culprits in this incident will be given strictest punishment under the law: Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat pic.twitter.com/WSWOM1AEO1
— ANI (@ANI) August 18, 2018
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराध करने के बाद आरोपियों ने कथित तौर पर उसकी हत्या कर दी और उसके शव को गांव के निकट एक पुल पर फेंक दिया। उन्होंने बताया कि चार संदिग्धों को घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। ये इलाके में मजदूरी करते थे। इस घटना के बाद से गांव में तनाव व्याप्त है। नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने में प्रशासन की कथित विफलता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे स्थानीय लोगों को शांत करने के लिये जिलाधिकारी आशीष चौहान और पुलिस अधीक्षक ददन पाल घटनास्थल पर पहुंचे ।
जानें क्या है मामला
शुक्रवार देर रात डुंडा ब्लॉक स्थित एक गांव की 12 वर्षीय दलित बालिका हैवानियत का शिकार बनी। वारदात के वक्त वह अपने घर में सो रही थी। इस बीच कुछ अज्ञात लोग घर की बिजली गुल कर उसे उठा ले गए। घटना के वक्त पीड़िता की बड़ी बहन रिश्तेदारी में गई हुई थी। घर में केवल माता-पिता थे। मां मानसिक रूप से कमजोर है, जबकि पिता को सुनाई नहीं देता। जिससे घर में अज्ञात लोगों के आने और बालिका को उठा ले जाने की उनको भनक तक नहीं लग पाई। शनिवार सुबह पांच बजे गांव के लोग देवीधार-रनाड़ी मोटर मार्ग से गुजर रहे थे, तो उन्हें बालिका की लाश दिखाई पड़ी। बच्ची के गुप्तांगों समेत पूरे शरीर पर जख्मों के कई निशान थे। इससे लोगों को यह भांपते देर नहीं लगी कि बालिका के साथ हुआ क्या है?
(इनपुट भाषा)