मोबाइल फोन पर दिया 'तीन तलाक', पीड़िता ने सुनाई पति, सास और ननद के अत्याचार की कहानी
By पल्लवी कुमारी | Published: October 4, 2018 02:40 PM2018-10-04T14:40:55+5:302018-10-04T14:40:55+5:30
नरेन्द्र मोदी सरकार के तीन तलाक पर कानून लाने के बाद भी ट्रिपल तलाक का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
बहराइच (उत्तर प्रदेश), चार अक्टूबर: देश में तीन तलाक पर कानून आने के बाद भी तीन तलाक के मामले खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा उदारहण उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का है। जहां, भारत-नेपाल के सीमावर्ती रूपईडीहा इलाके में दहेज की मांग पूरी नहीं करने पर एक विवाहिता को सऊदी अरब में रह रहे उसके पति ने तीन तलाक दे दिया है। वो भी सिर्फ एक मोबाइल फोन पर। मोबाइल पर बात करते हुए उसने अपनी पत्नी को तीन तलाक दिया।
दहेज के लिए किया जाने लगा तंग
पुलिस अधीक्षक सभाराज सिंह ने गुरुवार(4 अक्टूबर) को बताया कि रूपईडीहा क्षेत्र की रहने वाली नूरी, जिसकी उम्र 20 वर्ष की है। नूरी ने शिकायत दर्ज कर पुलिस को सारी बातों की सूचना दी। उसने कहा कि एक साल पहले उसकी शादी रूपईडीहा के ही नई बस्ती के रहने वाले चांदबाबू से हुआ था। शादी के एक सप्ताह बाद से उससे दहेज में मोटरसाइकिल और 50 हजार रुपये की मांग की जाने लगी।
पीड़िता ने सुनाई आपबीती
नूरी ने बताया कि शादी के कुछ माह बाद उसका शौहर काम के सिलसिले में सऊदी अरब चला गया। उसके बाद उसकी सास और ननद दहेज की मांग को लेकर कर उसे प्रताड़ित करने लगीं।
उसने आरोप लगाया कि बीते 10 सितम्बर को नूरी की सास राबिया, ननद मीना ने फिर से दहेज की मांग की। उसी दिन चांदबाबू ने भी मोबाइल फोन पर वही मांग दोहरायी। नूरी के असमर्थता जताने पर चांदबाबू ने उसे फोन पर ही तीन तलाक दे दिया, जिसके बाद उसे घर से निकाल दिया गया।
सिंह ने बताया कि बुधवार शाम आरोपी पति, सास तथा ननद के खिलाफ मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण अध्यादेश (धारा 314), दहेज अधिनियम (धारा तीन एवं चार) तथा मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट)