यूपी: मजदूरी करने वाले बेरोजगार शख्स को मिला 24.61 लाख रुपये के जीएसटी का नोटिस, पुलिस जुटी जांच में
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 11, 2023 07:24 AM2023-07-11T07:24:04+5:302023-07-11T07:33:02+5:30
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले एक बेरोजगार को 24.61 लाख रुपये के जीएसटी का नोटिस मिला है। इसके साथ यह बताया गया है कि वो 1.36 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाली कंपनी का मालिक है।
बुलंदशहर:उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले एक बेरोजगार को 24.61 लाख रुपये के जीएसटी का नोटिस मिला है। जी हां, मजदूरी करके अपना पेट पालने वाले 22 साल के देवेंद्र कुमार को मार्च के महीने में उस समय तगड़ा झटका लगा, जब उसे जीएसटी विभाग की ओर से नेटिस दिया गया और कहा गया कि वो जिस 1.36 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाली कंपनी का मालिक है, उसका जीएसटी 24.61 लाख रुपये बकाया है, जिसे वो जल्द से जल्द चुकता कर दे।
पेशे से मजदूर देवेंद्र अभी जीएसटी नोटिस को लेकर झटका झेल रहा था, तभी अप्रैल में उसे जीएसटी विभाग की ओर से एक नोटिस मिला और उस नोटिस में बताया गया कि वह एक और कंपनी का मालिक है और जिसकी मिल्कियत 1.16 करोड़ रुपये से अधिक की है।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार देवेंद्र ने बताया कि वह मजदूरी करके अपना पेट पालता है और बीते कई महीनों से मजदूरी न मिल पाने के कारण वो बेरोजगार भी है। करोड़ों की कंपनी के मालिक होने और लाखों का जीएसटी बकाया होने की बात देवेंद्र के लिए किसी बिजली के झटके से कम नहीं थी। लिहाजा उसने फौरन बुलंदशहर पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई।
जिसके बाद पुलिस जांच में यह केस अब गौतम बुद्ध नगर पुलिस के पास पहुंचा क्योंकि देवेंद्र को शक है कि दो साल पहले उसने नोएडा के जिस कंपनी में मजदूरी की थी, उससे जुड़े ठेकेदारों ने उसके प्रमाण पत्रों के साथ छेड़छाड़ की हो और उसके प्रमाण पत्रों के आधार पर कंपनी बनाकर फर्जीवाड़ा किया हो।
इस संबंध में देवेंद्र कुमार ने कहा, ''मैं मजदूर हूं और साथ में बेहद गरीब भी हूं। मैं नरौरा में एक टाउनशिप परियोजना में बतौर मजदूर किया करता था, जिसकी एवज में मुझे रोजाना लगभग 300 रुपये की दिहाड़ी मिलती थी। अब मेरे पास कोई काम नहीं है और मैं विशुद्ध रूप से बेरोजगार हूं, ऐसे में भला मैं कैसे इन करोड़ों की कंपनियों का मालिक हो सकता हूं?”
उन्होंने बताया कि वह दो साल पहले नोएडा स्थित एक कंपनी में पैकिंग हेल्पर के पद पर कार्यरत था। वहीं पर ठेकेदार ने वेतन देने के लिए मेरा आधार और पैन कार्ड लिया था। देवेंद्र ने बताया कि उस 13 मार्च को एक नोटिस मिला जिसमें उन्हें बताया गया कि 2022-23 में उनकी कंपनी का टर्नओवर 1.36 करोड़ रुपये था, जिस पर जीएसटी 24.61 लाख रुपये था।
अभी वो इस नोटिस को कुछ समझ पाते कि अप्रैल में उन्हें एक और एक और नोटिस मिला जिसमें उन्हें बताया गया कि उनके मालिकाना हक वाली एक अन्य कंपनी ने 116.24 लाख रुपये के विभिन्न प्रकार के स्क्रैप माल की बाहरी आपूर्ति की है।
देवेंद्र की शिकायत पर बीते शनिवार को नोएडा सेक्टर 63 पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ''देवेंद्र की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की पड़ताल के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।''