बिहार में बीमार बेटी के ठीक होने के लिए शख्स ने तांत्रिक की सलाह पर 7 साल के भतीजे को दिया बलि
By अनुराग आनंद | Published: December 28, 2020 09:58 AM2020-12-28T09:58:19+5:302020-12-28T10:00:56+5:30
मृतक लड़का बिस्कुट खरीदने के बाद दुकान से वापस घर आ रहा था, उसी समय उसके चाचा ने उसे एक ही झटके में तलवार से काट डाला।
नई दिल्ली:बिहार में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां सात वर्षीय एक लड़के को उसके 35 वर्षीय चाचा ने अपनी तीन महीने की बीमार बेटी को ठीक करने के लिए एक तांत्रिक की सलाह पर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना 22 दिसंबर को बिहार के जमुई जिला अंतर्गत सोनो पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई थी।
टाइम्स नाऊ के मुताबिक, इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि सौरभ कुमार के रूप में मृतक लड़के की पहचान हुई है। सौरभ नाम का लड़का बिस्कुट खरीदने के बाद एक दुकान से घर वापस आ रहा था, तभी उसके चाचा टोफनी यादव ने उसे कई ग्रामीणों के सामने एक ही झटके में तलवार से वार कर मौत के घाट उतार दिया।
बीमार बेटी के स्वास्थ के लिए शख्स ने भतीजा का 'बलि' चढ़ाया-
पूछताछ में पता चला कि टोफनी की बेटी अस्वस्थ थी। पिछले साल पहले उनके दो महीने के बेटे की उसी बीमारी से मौत हो गई थी। उनके चचेरे भाई कारू यादव (22) उन्हें एक तांत्रिक के पास ले गए, जिसकी पहचान जनार्दन गिरी (50) के रूप में की गई, ताकि उनकी बीमार बेटी ठीक हो सके।
इस दौरान गिरी ने उन्हें अपने बड़े भाई केवल यादव के बेटे सौरभ को सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाने का सुझाव दिया। इसी सुझाव के तहत टोफनी ने सौरभ की हत्या कर दी। उनकी पत्नी सिंधु देवी, माता कुंती देवी और पिता फुलेश्वर को सौरभ को "बलिदान" करने की साजिश के बारे में पता था।
पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार
टोफनी यादव, उनकी पत्नी, मां और चचेरे भाई कारू को गांव के ही पास के एक जंगल से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तांत्रिक को झारखंड से सटे गिरिडीह की सीमा से दबोचा गया था। पुलिस ने बताया कि टोफनी के पिता भाग रहे हैं और उन्हें पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। जमुई के एसपी प्रमोद कुमार के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, "हम मामले में जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करने की कोशिश कर रहे हैं और इस मामले को जल्द सुनवाई के लिए कोर्ट में रखा जाएगा।"