तूतीकोरिन मामलाःकुख्यात अपराधी ने पुलिस टीम पर दो देसी बम फेंका, पुलिसकर्मी की मौत, 50 लाख रुपये सहायता
By भाषा | Published: August 18, 2020 08:32 PM2020-08-18T20:32:31+5:302020-08-18T21:46:25+5:30
अधिकारी के अनुसार, पुलिस दुरई मुथू नामक एक कुख्यात बदमाश को पकड़ने आई थी। इस दौरान उसने पुलिस टीम पर देसी बम फेंक दिया, जिसमें सिपाही सुब्रमण्यम की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मुथू के खिलाफ हत्या के दो मामलों समेत कई मामले चल रहे हैं।
तूतीकोरिनः तमिलनाडु के तूतीकोरिन में मंगलवार को एक कुख्यात अपराधी द्वारा पुलिस की एक विशेष टीम पर देसी बम फेंके जाने से एक कान्स्टेबल की मौत हो गई। यह जानकारी पुलिस ने दी।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कान्स्टेबल की मौत पर दुख जताया और मृतक पुलिसकर्मी के परिवार के लिए 50 लाख रुपये सहायता की घोषणा की। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना यहां मनाक्करई क्षेत्र में हुई। उन्होंने बताया कि पुलिस दुरई मुथू नामक एक कुख्यात बदमाश को पकड़ने गई थी।
इस दौरान उसने पुलिस टीम पर देसी बम फेंके जिसमें सिपाही सुब्रमण्यम की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मुथू के खिलाफ हत्या के दो मामलों समेत कई मामले चल रहे हैं। पुलिस टीम गुप्त सूचना मिलने के बाद उसे पकड़ने के लिये गई थी। अधिकारी ने कहा कि बदमाश ने दो बम फेंके, जिनमें से एक बम फट गया।
इसमें सिपाही के सिर में गंभीर चोट लगी और मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि बम फेंकते समय मुथू के हाथ में चोट आई। उसे तिरुनेवेली स्थित सरकारी अस्पताल ले जाया गया है। पलानीस्वामी ने चेन्नई में जारी बयान में सुब्रमण्यम की मृत्यु पर दुख जताया और इसे ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया।
उन्होंने सुब्रमण्यम के परिवार के प्रति संवेदना जतायी। उन्होंने साथ ही परिवार के लिए 50 लाख रुपये सहायता की घोषणा भी की। उन्होंने एक रिश्तेदार को अर्हता के आधार सरकारी नौकरी देने का भी निर्देश दिया।
मंदिर में पूजा करने गए व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या, महंत सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
जींद जिले के गोसाईखेड़ा गांव के बाबा गोसाई मंदिर में सोमवार की रात पूजा-अर्चना करने गए व्यक्ति को वहां के महंत और अन्य लोगों ने कथित रूप से पीट-पीट कर मार डाला। पुलिस ने इस सिलसिले में महंत सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जुलाना थाना के जांच अधिकारी कुलबीर ने बताया, ‘‘गोसाईखेड़ा गांव के निवासी धर्मबीर का पूजा-अर्चना को लेकर मंदिर में झगड़ा हो गया। गुस्से में महंत ने अपने चेलों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।’’ उन्होंने बताया कि धर्मबीर (43) गांव के एक व्यक्ति की हत्या के मामले में 20 साल की सजा काट रहा था और महामारी के मद्देनजर पैरोल पर जेल से बाहर आया था।
पुलिस ने धर्मबीर के भाई धर्मपाल की शिकायत पर मंहत संजय नाथ समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि करीब 20 साल पहले बाबा गोसाई नाथ मंदिर में हुई एक साधु की हत्या के आरोप से बरी हुआ धर्मबीर गांव के ही रामचन्द्र की हत्या के मामले में सजा काट रहा था।