दिल्ली में 88 साल की महिला के मर्डर और घर में लूटपाट के आरोप में चार गिरफ्तार, सिक्योरिटी गार्ड था घटना में शामिल
By विनीत कुमार | Published: June 22, 2020 08:27 AM2020-06-22T08:27:16+5:302020-06-22T08:30:13+5:30
देश की राजधानी दिल्ली के सफदरजंग एनक्लेव में घर में लूटपाट और एक बुजुर्ग महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। महिला की हत्या चाकू मारकर की गई थी।
दक्षिणी दिल्ली के सफदरजंग एनक्लेव में 88 साल की महिला की चाकू मारकर हत्या और घर में लूटपाट के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चारों आरोपी नेपाल से थे और इन्हें रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया। दरअसल, इन चारों पर आरोप है कि इन्होंने शनिवार शाम लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। इस दौरान घर में महिला के 94 वर्षीय पति भी मौजूद थे जिन्हें इन लूटेरों ने बांध दिया था।
पुलिस के अनुसार महिला का नाम कांता चावला था और उसके गर्दन पर चाकू से हमला किया गया था। कांता चावला के पति बीआर चावला विदेश मंत्रालय के पूर्व अधिकारी हैं। लूटोरों ने उनके हाथ और पैर एक बेडशीट से बांध दिए थे। ये दंपति तीन मंजिला बिल्डिंग अपर ग्राउंड फ्लोर पर रह रहा था।
चारों आरोपियों की पहचान हुई
पुलिस ने रविवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान राजेश (20), उसका चचेरा भाई ओम (18) और इनके दो अन्य दोस्त प्रमोद (26) और गजेंद्र (23) के रूप में हुई। राजेश सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करता था। पुलिस ने इनके पास से 55000 रुपये कैश और ज्वेलरी भी बरामद की है।
दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी देवेंद्र आर्या ने बताया, 'सिक्योरिटी गार्ड राजेश गायब था और उसका मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था। पुलिस जब आरके पुरम में उस स्थान पर पहुंची, जहां वो रहता था, तो उसके रिश्तेदारों ने बताया कि उसने शनिवार दोपहर से उनसे कोई संपर्क नहीं किया है।'
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि लॉकडाउन के बाद दिल्ली में काम करने वाले नेपाल के कई लोग टैक्सी लेकर यूपी के लखिमपुर खेरी पहुंचते रहे हैं और वहां से वे नेपाल की सीमा में दाखिल होते हैं। बाद में पुलिस को ये जानकारी भी मिली की राजेश और प्रमोद ने लखिमपुर खिरी के लिए 18 जून को टैक्सी बुक कराई थी।
पुलिस ने जब टैक्सी ड्राइवर से संपर्क किया तब उसने बताया कि उसने दोनों को रविवार सुबह 5 बजे बॉर्डर से 35 किलोमीटर पहले गौरी पांथा में छोड़ा है। इसके बाद पुलिस ने अपनी दो टीमें रवाना की और इन्हें बॉर्डर पार करने से पहले धर दबोचा। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने पहले ही लूट की योजना बना ली थी और टैक्सी ड्राइवर को सफदरजंग अस्पताल के पास शनिवार रात 9 बजे आने को कहा था।
सीसीटीवी में कैद हुई करतूत
पुलिस के अनुसार प्रमोद टैक्सी का इंतजार कर रहा था जबकि बाकी तीन घर में लूटपाट के लिए गए। पुलिस ने बताया कि तीनों ने शाम करीब 6.40 बजे अपना मोबाइल ऑफ कर लिया था। सीसीटीवी में भी इनकी सारी करतूत कैद हुई है। इसमें ये तीनों मास्क पहनकर रात करीब 8.47 में चावला के घर से बाहर निकलते नजर आ रहे हैं।
सीसीटीवी से ये भी बात सामने आई है कि रात करीब 8.30 बजे राजेश दो लोगों को अंदर जाने देता है। दोनों को कांता चावल भी अंदर आने देती हैं क्योंकि राजेश सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर साथ है। पुलिस के अनुसार जब लूटपाट शुरू हुई तो कांता ने इसका विरोध किया जिसके बाद लूटेरों ने उन पर चाकू से हमला किया। राजेश को कुछ दिन पहले इस दंपति ने बतौर सिक्योरिटी गार्ड रखा था।
लूट के बाद पीड़िता के पति खुद को किसी तरह छुड़ाने में कामयाब रहे और तीसरे फ्लोर पर रह रहे लोगों को इस बारे में बताया। इसके बाद जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम पहुंची। पुलिस के अनुसार ये दंपति पिछले कुछ सालों से इस इलाके में रह रहा था। इनका बड़े बेटे की करीब 15 साल पहले मौत हो गई थी। वहीं, छोटे बेटे का भी निधन करीब चार महीने पहले अमेरिका में हो गया था।