हनी ट्रैप का डर्टी गेम: सोशल मीडिया पर अधेड़ उम्र वालों को प्रेम जाल में फंसा रही हैं महिलाएं, कर रही हैं ब्लैकमेल, और फिर...
By एस पी सिन्हा | Published: April 9, 2021 06:16 PM2021-04-09T18:16:08+5:302021-04-09T18:18:13+5:30
हाल के दिनों में ऐसे मामले आर्थिक अपराध इकाई तक पहुंच गए हैं। इसे देखते हुए विभाग ने अलर्ट के साथ ही जागरुकता और बचाव के बारे में भी जानकारी साझा की है।
पटना,9 अप्रैल। स्मार्ट फोन ने जहां युवाओं से लेकर बुजुर्गों को सोशल मीडिया का लत लगा दिया है, वहीं जालसाजी करने वाले गिरोह अब इसे अपने ठगी धंधे का बड़ा जरिया बना लिया है। साइबर अपराध में अब हनीट्रैप के मामले सामने आने लगे हैं। महिलाओं का गिरोह इस काम में सक्रिय है। सोशल मीडिया पर दोस्ती का जाल फेंक फर्जी आइडी बनाकर महिलाओं का गिरोह पहले प्रेम जाल में फंसा रहा, फिर उन्हें ब्लैकमेल कर ठगी कर रहा है।
बताया जा रहा है कि ठग महिलायें अब सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर पुरुषों को पहले अपने प्रेम जाल में फंसाती हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे पैसे ऐंठती है। महिला ठग गिरोह की सदस्य के निशाने पर अधेड उम्र के व्यक्ति भी रहते हैं। पटना के एक सेवानिवृत्त कर्मी सोशल मीडिया पर हनीट्रैप से ठगी के शिकार हो गए। फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर मैसेंजर के जरिए उन्हें मैसेज भेजे गए।
दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और 15 से 20 दिनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई। महिला प्रेम का नाटक कर अश्लील बातें और चैट करने लगी। ठग महिला अश्लील वीडियो और कॉल चैट को रिकॉर्ड करने के बाद उसे उनके परिजन और रिश्तेदारों के पास भेजने की धमकी देने लगी और बदले में रुपये की मांग करने लगी। तब उन्हें समझ में आया कि वह ठगी के शिकार हो गए हैं। इसी तरह एक युवक भी गिरोह का शिकार होकर बदनामी से बचने के लिए हजारों रुपये दे चुका है।
दरअसल, इन महिलाओं ने फेसबूक पर अपनी फेक प्रोफाइल बना रखी है। ये फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर पहले मैसेंजर में चैट करती हैं। इस दौरान बातचीत के क्रम में ही ये दोस्ती कर फिर पुरुषों को बहकाना शुरू करती हैं। जब ये अपनी साजिश में कामयाब होती दिखती हैं तो कई बार व्हाट्सएप पर भी जुड़ जाती हैं और वीडियो चैट का प्रलोभन देती हैं।
एक बार फंसने के बाद इन महिलाओं के द्वारा यह धमकी देना शुरू कर दिया जाता है कि अगर उसे अकाउंट में फौरन पैसे नहीं भेजे गए तो सारे चैट व वीडियो वो उनके परिजनों व फ्रेंडलिस्ट में जुडे जानकारों के बीच साझा कर देगी। बदनामी से बचने के डर से कइ लोग पैसे भेजने पर मजबूर हो जाते हैं और इस दलदल में धंसते ही चले जाते हैं।