मुजफ्फरपुरः नेताओं और अधिकारियों के घर भेजी जाती थीं सरकारी बालिका गृह की लड़कियां
By खबरीलाल जनार्दन | Published: June 3, 2018 12:05 PM2018-06-03T12:05:38+5:302018-06-03T12:05:38+5:30
सरकारी बालिका गृह की लड़कियों को वेटर बनाकर होटलों में नेताओं और अधिकारियों के पास भेजा जाता था।
मुजफ्फपुर, 3 जूनः बिहार के मुजफ्फरपुर में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां सरकारी बालिका गृह की लड़कियों के यौन शोषण का भंडाफोड़ हुआ है। मुंबई की प्रतिष्ठित संस्था 'टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस' की एक ऑडिट रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सरकारी बालिका गृह की लड़कियों को नेताओं और अधिकारियों के घर भेजा जाता था।
एनजीओ की शिकायत पर पुलिस ने धारा 376 और 120 बी के साथ-साथ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। इससे पहले कि पुलिस मौके पर पहुंच कर धर-पकड़ शुरू कर पाती, किसी ने पुलिस के बीच से ही आरोपियों को इसकी सूचना दे दी। बालिका गृह का संचालन करने वाली संस्था के लोग फरार हैं। मामले के खुलासे के बाद जिला प्रशासन की नींद उड़ी हुई है।
हालांकि बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों को वहां से हटा दिया गया है। एएनआई की खबर के मुताबिक सभी लड़कियों पटना और मुधबनी स्थित सुधारगृहों में भेज दिया गया है और उनसे पूछताछ की कोशिश की जा रही है।
एएनआई के अनुसार इस बालिका गृह का संचालन 'सेवा संकल्प एवं विकास समिति' नाम का एनजीओ कर रहा था। लेकिन यहां रहने वाली लड़कियों से गलत धंधा करवाया जा रहा था। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की ऑडिट रिपोर्ट के पेज नंबर 52 पर इस एनजीओ के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए थे। इसमें ऐसी आशंका व्यक्त की गई थी लड़कियों को यौन धंधे में ढकेला जा रहा है। इसमें खासकर नेताओं और बड़े अधिकारियों के लिप्त होने की भी आशंका है।
फिलहाल इंस्टीट्यूट ने अपनी सोशल संस्थाओं ऑडिट रिपोर्ट 'समाज कल्याण विभाग' पटना के निदेशक को सौंप दी है। इससे कई और खुलासे होने के आसार हैं।