राजस्थान: सरकारी अस्पताल के बाहर तड़पती रही गर्भवती महिला, बेंच पर दिया बच्चे को जन्म
By आकाश चौरसिया | Published: April 24, 2024 01:20 PM2024-04-24T13:20:04+5:302024-04-24T13:40:08+5:30
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि महिला को डिलीवरी रूम में ले जाने के बजाय उसकी डिलीवरी अस्पताल के बाहर हो जाती है, जो चिंता का विषय है। अब संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक चिकित्सक और एक एएनएम स्टाफ को नौकरी से बर्खास्त कर दिया
जयपुर:राजस्थान के मेडिकल एंड हेल्थ विभाग ने सोमवार को एक चिकित्सक और एक एएनएम स्टाफ को नौकरी से बर्खास्त कर दिया, क्योंकि एक महिला ने बाहर रखी बेंच पर बच्चे को जन्म दे दिया। यह मामला बुंदी जिले में स्थित नैनवा उपजिला अस्पताल में यह घटना घटित हुई।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि महिला को डिलीवरी रूम में ले जाने के बजाय उसकी डिलीवरी अस्पताल के बाहर हो जाती है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि वह महिला अस्पताल के बाहर संडे के दिन पहुंची थी, जहां वो पीड़ा में थी और उसे अस्तपाल के बाहर बैठाने के लिए कहा गया था।
मामले को गंभीरता से लेते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने मामले की जांच के लिए जांच कमेटी गठित कर दी है। सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक, रवि प्रकाश माथुर ने कहा कि इस केस की सूचना बुंदी के जिलाधिकारी से मिली, जबकि उप-जिला प्रभागीय अधिकारी से इसपर रिपोर्ट सबमिट करने के लिए कहा है। मिली जानकारी के आधार पर, विभाग ने उस चिकित्सक और एक एएनएम स्टाफ के खिलाफ एक्शन लिया जा चुका है, जिसमें उन्होंने माफी भी मांगी है।
घटना के समय अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी मुरारीलाल मीणा और एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) कुसुमलता शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही नैनवा पीएमओ समुंदर लाल मीणा की जगह वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी कृष्ण कुमार को लगाया गया है। माथुर ने बताया कि गायत्री मीणा, केला देवी मीणा, शिवदत्त, कौशल्या गुर्जर और हेमन्त महावर सहित अन्य नर्सिंग स्टाफ को भी नोटिस जारी किये गये हैं।