जयपुर एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी, 31.99 किलो अवैध Gold जब्त, 15.67 करोड़ कीमत, 14 लोग अरेस्ट
By धीरेंद्र जैन | Published: July 4, 2020 08:20 PM2020-07-04T20:20:11+5:302020-07-04T20:20:11+5:30
पहली फ्लाइट स्पाइसजेट की एजी-9055 शुक्रवार शाम यूएई से जयपुर पहुंची थी। इस फ्लाइट में तीन तस्करों से 9.30 किलो सोना बरामद किया, जिसकी कीमत लगभग 4.60 करोड़ रुपए थी और बाद में देर रात स्पाइसजेट की फ्लाइट एसजी-9647 रियाद से जयपुर पहुंची। इसमें 11 यात्रियों से 22.652 किलो सोना पकड़ा गया। इसकी कीमत लगभग 11.3 करोड़ रुपए है।
जयपुरःजयपुर एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी के आरोप में 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है। ये तस्कर 15.67 करोड़ रुपये की कीमत का 31.99 किलो सोना दो चार्टर प्लेन में बैटरी में छिपा कर यूएई और सऊदी अरब लाए थे।
जानकारी के अनुसार, पहली फ्लाइट स्पाइसजेट की एजी-9055 शुक्रवार शाम यूएई से जयपुर पहुंची थी। इस फ्लाइट में तीन तस्करों से 9.30 किलो सोना बरामद किया, जिसकी कीमत लगभग 4.60 करोड़ रुपए थी और बाद में देर रात स्पाइसजेट की फ्लाइट एसजी-9647 रियाद से जयपुर पहुंची। इसमें 11 यात्रियों से 22.652 किलो सोना पकड़ा गया। इसकी कीमत लगभग 11.3 करोड़ रुपए है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के कारण वैसे तो इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर रोक है। लेकिन विदेशों में फंसे प्रवासी भारतीयों को लाने के लिए वंदे भारत मिशन के तहल चलाई जा रही विषेष फ्लाइट जारी है। देर रात तक कुल 6 फ्लाइट्स जयपुर पहुंची थीं।
इनमें से 2 चार्टर फ्लाइट में कुल 14 लोग सोने की तस्करी करते पाए गए। कस्टम विभाग के कमिश्नर सुभाष अग्रवाल ने बताया कि शक होने पर सभी लोगों की तलाशी लेने पर इमरजेंसी लाइटों में रखे गए सोने के बिस्किट बरामद किए गए।
दौसा से आए सिंथेटिक दूध के दो टैंकर जब्त
राजस्थान के दौसा जिले का जयपुर डेयरी प्लांट मानो मिलावटी दूध का केन्द्र बन गया है। गत 6 दिनों में यहां 7 हजार लीटर मिलावटी दूध पकड़ा गया। वहीं दौसा बीएमसी से दूध लेकर आए दो टैंकरों को रोक कर जांच करने पर एसओजी की टीम को उनमें मिलावटी दूध मिला है। एसओजी ने दौसा के प्लांट में डेयरी विजिलेंस व सीएमएचओं की टीम से जांच करवाई थी। डेयरी विजिलेंस की जांच में दूध मिलावटी पाया गया। सीएमएचओं की रिपोर्ट के बाद एसओजी कार्रवाई करेंगी।
एसओजी की टीम जांच कर रही है कि मिलावटी दूध की परतें कहां तक जुडी हैं। इन टैंकरों में दूध कहां कहां से आया था? किन किन समितियों का था। उन समितियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। जब विजिलेंस टीम इसे मिलावटी दूध बता रही है तो इसे रिकाॅर्ड में क्यों नहीं लिया गया, मिलावटी दूध नष्ट किया गया या उसे सामान्य दूध में मिला दिया गया।
अगले दिन 15 हजार लीटर दूध कम क्यों हुआ। मिलावट मिलने के बाद कौन कौन सी समितियों ने कम दूध की सप्लाई की।एक समिति प्राइवेट बीएमसी लगा रखी थी तो अफसरों ने कार्रवाई क्यों नहीं की। एसओजी की टीम इन सभी पहलुओं पर जांच करने में जुट गई है।
जांच में राहत देने के लिए एएसपी द्वारा 2 करोड़ मांगने का मामला दर्ज
क्रेडिट काॅ-आपेरटिव सोसायटी के खिलाफ जांच कर रहे एएसपी सत्यपाल मिट्ठा के खिलाफ एसीबी ने राहत देने की एवज में दो करोड़ रुपये की राशि मांग जाने का मामला दर्ज किया है। सत्यापन में सामने आया कि मिट्ठा ने क्रेडिट काॅ-आॅपेरटिव सोसायटी के मालिकों से एडीजी अनिल पालीवाल के नाम पर दो करोड़ रुपये की मांग की।
वहीं एसओजी ने भी क्रेडिट काॅ-आपेरटिव सोसायटी के निदेशकों के खिलाफ निवेशकों के साथ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। एडीजी सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि क्रेडिट काॅ-आॅपेरटिव सोसायटी की ओर से परिवादी ने शिकायत की थी कि उसकी सोसायटी के खिलाफ एसओजी इंस्पेक्टर विष्णु खत्री और एएसपी सत्यपाल मिट्ठा जांच कर रहे हैं।
उन्होंने जांच खत्म करने और एफआईआर दर्ज नहीं करने की एवज में एसओजी के आला अधिकारियों के लिए 2 करोड रुपये की राशि की मांग की। शिकायत का सत्यापन कराने पर सत्यपाल मिट्ठा द्वारा एडीजी अनिल पालीवाल के नाम पर 2 करोड की रिश्वत मांगी जाना सामने आया। इस पर एसीबी ने सत्यपाल मिट्ठा और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।