बाड़मेर: पेड़ से लटके मिले थे तीन नाबालिगों के शव, रेप-बलात्कार और आत्महत्या के बीच उलझी मौत की गुत्थी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: April 16, 2018 08:19 AM2018-04-16T08:19:09+5:302018-04-16T09:35:39+5:30
बाड़मेर में दो नाबालिग दलित लड़कियों और एक नाबालिग मुस्लिम लड़के के शव पेड़ से लटके मिले थे। लड़कियों के परिजनों ने बलात्कार और हत्या की आशंका जतायी है। लड़के परिजन इस आत्महत्या बता रहे हैं। पुलिस भी इसे आत्महत्या मान रही है।
राजस्थान के बाड़मेर में दो दिन पहले तीन नाबालिगों के शव पेड़ से लटके हुए मिले। पुलिस का कहना है कि तीनों नाबालिगों ने आत्महत्या की है। नाबालिगों में दो लड़कियाँ और एक लड़का है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार दोनों लड़कियाँ दलित हैं और लड़का मुस्लिम है। लड़कियों के पिता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उनकी बेटी शान्ति (13) और भतीजी मधु (12) रात को गुरुवार (12 अप्रैल) को उनके साथ ही सोयी थीं। जब आधीरात के बाद पिता की नींद खुली तो लड़कियाँ घर में मौजूद नहीं थी। एक लड़की के पिता को यकीन है कि बच्चियों की बलात्कार के बाद हत्या की गयी है।
दो नाबालिग लड़कियों के शवों के साथ जिस नाबालिग लड़के का शव मिला है उसका नाम देशाल खान (17) है। एक मृतक लड़की के पिता भैरू मेघवाल ने आरोप लगाया है कि देशाल खान उनकी बेटियों को तंग करता था और पिछले साल इस बात पर गाँव में पंचायत भी हुई थी। इंडियन एक्प्रेस से बातचीत में कई गाँव वालों ने दावा किया कि दोनों लड़कियों और लड़के में पुराने परिचय था। देशाल खान के एक रिश्तेदार सुमेर खान ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "हमें नहीं पता कि क्या हुआ। लेकिन हमने सुना था कि उसकी लड़कियों से दोस्ती थी...उन्होंने प्यार के कारण ही ऐसा कदम उठाया होगा। "
देशाल के पिता का कासिम खान को भी लगता है कि उनके बेटे ने आत्महत्या की है। कासिम खान ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "मुझे नहीं पता कि उसने ऐसा क्यों किया लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि उसने आत्महत्या की है।" लेकिन मेघवाल समुदाय के लोगों का आरोप है कि लड़कियों के बलात्कार के बाद उनकी हत्या की गयी है। किशन मेघवार ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "उन्होंने एक दिन पहले ही मुझे धमकी दी थी।"
कुछ गाँव वालों का दावा है कि जिस पेड़ पर तीनों नाबालिगों का शव मिला उसके पास चार लोगों के पैरों के निशान थे। हालाँकि पुलिस के अनुसार पेड़ के पास तीनों लोगों के ही पैरों के निशान थे। मामले में सीआरपीसी की धारा 174 (अप्राकृतिक मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सीओ सुरेंद्र कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि प्राथमिक जाँच में मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है कुमार के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट और दूसरी जाँच से साफ है कि मामला आत्महत्या का है। कुमार ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "हमें जाँच में पता चला कि दोनों लड़कियों ने खेत में काम करते हुए दूसरी महिलाओं से कहा था कि अगर देशाल जान देगा तो वो भी आत्महत्या कर लेंगी। अभी तक हमें किसी तरह की गड़बड़ी का पता नहीं चला है।"
एक अन्य ग्रामीण आलम खाम ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि न तो मेघवाल और न तो मुस्लिम ही पूरा सच बता रहे हैं। आलम खान ने एक्सप्रेस से कहा, "मेरे ख्याल से इस मामले में बहुत कुछ अभी सामने नहीं आया है....शवों को देखने के बाद ये यकीन नहीं होता कि ऐसा जघन्य मामला आत्महत्या का है।"