सूरत का वरुण, पुणे की अनघा मास्टर माइंड, करोड़ों रुपए की ठगी का मामला, जानिए सबकुछ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 18, 2021 05:16 PM2021-03-18T17:16:37+5:302021-03-18T17:18:15+5:30
पुलिस ने औरंगाबाद के राजेश शर्मा और परमजीत सिंह संधु के अलावा अनघा अनिल मोड़क (40, वड़गांव) को गिरफ्तार कर लिया.
पुणेः डोरमैंट (निष्क्रिय) खातों का डाटा हासिल कर करोड़ों रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने साजिश के मास्टर माइंड के तौर पर सूरत के वरुण वर्मा और पुणे की अनघा मोड़क की पहचान की है.
इस बीच, पुलिस ने औरंगाबाद के राजेश शर्मा और परमजीत सिंह संधु के अलावा अनघा अनिल मोड़क (40, वड़गांव) को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा. साइबर पुलिस ने कल आठ लोगों को गिरफ्तार किया था. मामले में और तीन लोगों को आज गिरफ्तार किया गया.
जांच में पता चला कि आरोपियों के कब्जे से जब्त किया गया डाटा. उन्होंने गुजरात, सूरत और हैदराबाद से हासिल किया था. इसलिए उन ठिकानों के आरोपियों को पकड़ने के लिए अपराध शाखा के दल को संबंधित राज्यों में रवाना किया गया है.
अनघा को चाहिए थे 2.5 करोड़ः इस सिलसिले में पुलिस उपायुक्त भाग्यश्री नवटके ने बताया कि अनघा मोड़क शेयर ब्रोकर के तौर पर काम करती थी. लेकिन, पिछले कुछ वक्त से उसका कारोबार बंद पड़ गया था. पुलिस ने अनुसार, एक -दूसरे के जरिये इन सभी की पहचान हुई.
वरुण ने ही पूरा डाटा जुटाया. चोरी किए गए डाटा के जरिये बैंक खातों से रकम निकालने की जिम्मेदारी अनघा की थी. वह डाटा खरीदने वालों को फांसती थी. उसे कुछ लोग ऐसे मिले भी थे, लेकिन उसे इससे ढाई करोड़ रुपए कमाने थे. शर्मा और संधु का मामले में प्रवेश डाटा खरीदकर हैकर्स की मदद से खातों से रकम निकालने के लिए अनघा ऐसे ही कुछ हैकर्स के संपर्क में थी. इसके चलते उसकी पहचान प्लॉटिंग का कारोबार करने वाले औरंगाबाद निवासीविशाल बेंद्रे से हुई. बेंद्रे के चलते ही अनघा का संपर्क राजेश शर्मा और परमजीत सिंह संधु से हुआ.
डाटा के जरिये हासिल हुई रकम का कुछ हिस्सा औरंगाबाद के एएम न्यूज के संचालक राजेश शर्मा और परमजीत संधु को चाहिए थे. इसके लिए अनघा उनसे ढाई करोड़ रुपए की मांग कर रही थी. लेकिन इतनी रकम उनके पास नहीं होने के कारण 25 लाख रुपए में उन्हें वह सौदा करना था. यह रकम लेकर शर्मा और संधु पुणे में आए थे. पुलिस ने सिंहगढ़ रोड पर स्थित भटेवरा के घर के सामने इन सभी को पकड़ लिया. उनसे पूछताछ करने के बाद पुलिस ने आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस बनी हैकरः डाटा हासिल करने बाद उसके जरिये बैंक खातों से रकम निकालने के लिए अनघा को हैकर्स की जरूरत थी. इसकी जानकारी जब साइबर पुलिस को मिली तो वे खुद हैकर बनकर उससे मुलाकात की और उसे अपने जाल में दबोच लिया.