भतीजी ने किरासन तेल छिड़ककर चाची और चचेरे भाई को जिंदा जलाकर मार डाला, 4 करोड़ रुपए की जमीन बिक्री में मांग रही थी हिस्सा
By एस पी सिन्हा | Published: December 16, 2021 03:25 PM2021-12-16T15:25:41+5:302021-12-16T15:26:51+5:30
बिहार की राजधानी पटना जिले के नौबतपुर थाना क्षेत्र के कर्णपुरा गांव का मामला है. गांव के लोग उग्र हो गए और घर में बंद कर भतीजी को जमकर पिटाई कर दी.
पटनाः बिहार की राजधानी पटना जिले के नौबतपुर थाना क्षेत्र के कर्णपुरा गांव में दिल को दहला देने वाली एक घटना सामने आई है, जिसमें भतीजी ने अपनी चाची और चचेरे भाई को जिंदा जला जलाकर हत्या कर दी है. घटना की सूचना मिलते ही गांव के लोग उग्र हो गए और घर में बंद कर भतीजी को जमकर पिटाई कर दी.
लेकिन घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह भतीजी को लोगों से छुड़ाकर गिरफ्तार कर लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जमीन बिक्री के पैसा को लेकर हुए विवाद में शांति देवी (70वर्ष) एवं उनके पुत्र अविनाश कुमार को उनकी भतीजी माधुरी देवी (32वर्ष) ने आज अहले सुबह घर में ही किरासन तेल छिड़ककर जिंदा जला दिया.
मां एवं बेटे अपनी जान बचाने के लिए घर में ही इधर-उधर भागने का प्रयास करते रहे, लेकिन जमीन की लालच में अंधी हो चुकी भतीजी ने उन्हें बचने का मौका नहीं दिया और आग लगाकर उन दोनों को कमरे में बंद कर दिया. आग की लपट एवं गंदे महक की जानकारी मिलते ही गांव के लोग वहां जमा हो गए और आक्रोशित लोगों ने भतीजी की जमकर पिटाई शुरू कर दी.
गांव के लोगों ने इसकी सूचना नौबतपुर थाने को दी. घटना की सूचना मिलते ही नौबतपुर थाने की पुलिस ने भतीजी माधुरी देवी को लोगों के बीच से निकालकर अपनी गिरफ्त में ले लिया. पुलिस ने महिला शांति देवी एवं उनके बेटे अविनाश कुमार के शव को घर से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
गांव के लोगों ने बताया कि अभी लगभग 10 दिन पूर्व शांति देवी के परिवार वालों द्वारा 4 करोड़ रुपए की जमीन बिक्री की गई थी. जमीन बिक्री से मिले पैसे में हिस्सा के लिए माधुरी देवी मायके पहुंच गई और अपनी चाची शांति देवी से झगड़ा झंझट करने लगी. शांति देवी ने जब माधुरी देवी को पैसा देने से इनकार किया तो माधुरी देवी ने आज सुबह मां बेटे को घर में बंद कर किरासन तेल छिड़ककर आग लगा दी. आसपास के लोगों ने बताया कि शांति देवी के पति लाल दास की मौत एक वर्ष पूर्व हो गई थी.
वहीं स्वर्गीय लाल दास के अर्जित संपत्ति को उनकी पत्नी शांति देवी ने बेचकर पैसा इकट्ठा किया था और उसी पैसे पर उनकी भतीजी माधुरी देवी की नजर लगी हुई थी. इसी को लेकर माधुरी देवी ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया है. ग्रामीणों के अनुसार लाल दास फायर बिग्रेड में नौकरी करते थे. रिटायर होने के बाद उन्हें जो पैसा मिला, उससे कन्हौली एवं बिहटा सरमेरा 78 पथ पर जमीन ली थी.
साथ ही कोर्ट के आदेश पर लगभग 10 दिन पूर्व शांति देवी को 5 लाख रुपया मिला था. इसके अलावे कुछ जमीन को उनलोगों ने बेचा भी था. उसी पैसे एवं जमीन पर उनकी भतीजी माधुरी देवी की नजर लगी हुई थी. बताया जा रहा है कि आरोपित माधुरी देवी अक्सर अपनी चाची पर जमीन लिखने का दबाब बनाती रहती थी.