Nirbhaya Case: आखिरकार निर्भया के चारों दोषियों को दी गई फांसी, सात साल बाद मिला इंसाफ, पीड़िता का मां ने जाहिर की खुशी
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: March 20, 2020 05:31 AM2020-03-20T05:31:44+5:302020-03-20T05:31:44+5:30
Nirbhaya Case: निर्भया के चारों दोषियों को आखिरकार फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। सात साल बाद निर्भया के परिवारवालों को न्याय मिला है। दोषियों को निर्धारित समय यानी आज सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी गई।
Nirbhaya Case: निर्भया के चारों दोषियों को आखिरकार फांसी के फंदे पर लटका दिया गया। सात साल बाद निर्भया के परिवारवालों को न्याय मिला है। दोषियों को निर्धारित समय यानी आज सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दी गई। इससे दो घंटे पहले तक दोषियों के वकील की ओर से उन्हें बचान के लिए जद्दोजहद चलती रही है। रात करीब साढ़े तीन बजे सुप्रीम कोर्ट ने चार में से एक दोषी पवन गुप्ता की वह याचिका खारिज कर फांसी का रास्ता साफ कर दिया जो उसने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा खारिज की गई उसकी दया याचिका खिलाफ दायर की थी।
इस दौरान रातभर तिहाड़ जेल के बाहर लोगों का तांता लगा रहा। भारी संख्या में निर्भया को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग पहुंचे। लोगों ने हाथों में पोस्टर और बैनर लिए हुए थे।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषी की याचिका खारिज होने के बाद निर्भया की मां ने मीडिया से बात करते हुए खुशी जताई। उन्होंने उंगलियों से विक्टरी साइन दिखाया और मामले में उन्हें समर्थन दे रहे लोगों और मीडिया के प्रति आभार प्रकट किया।
वहीं दोषियों के वकील ने मीडिया के सामने बौखलाहट जाहिर की और पीड़िता और उसकी मां को लेकर आपत्तिजनक बयान भी दिया।
सुप्रीम कोर्ट से पहले दोषियों के वकील गुरुवार रात दिल्ली हाई कोर्ट भी पहुंचे थे। जहां उन्हें मायूसी हाथ लगी। वह निचली अदालत के द्वारा जारी किए गए चौथे मृत्यू वारंट के खिलाफ हाई कोर्ट पहुंचे थे। अदालत ने उनसे बार-बार कहा कि वह मामले में जरूरी न्यायिक बिंदू सामने रखे और अदालत का वक्त बर्बाद न करें।