निक्की यादव हत्याकांडः पीड़िता के चाचा का दावा- साहिल के साथ लिव-इन में नहीं थी निक्की, पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
By अनिल शर्मा | Published: February 17, 2023 10:58 AM2023-02-17T10:58:18+5:302023-02-17T11:01:05+5:30
निक्की यादव के चाचा ने यह दावा किया कि निक्की के लापता होने के बाद उनके पिता ने भी आरोपी साहिल गहलोत से संपर्क किया था लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई।
नई दिल्लीः दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में अपने पुरुष मित्र के हाथों मारी गई निक्की यादव के परिवार ने इस बात से इनकार किया है कि वह आरोपी साहिल गहलोत के साथ लिव-इन में रह रही थी। निक्की के चाचा प्रवीण यादव का कहना है कि निक्की छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रही थी ना कि वह लिव-इन में रह रही थी। चाचा ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने ने गुमराह करने के लिए ये कहानी गढ़ी है।
निक्की यादव के परिवार ने मांग की है कि मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में होनी चाहिए। दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में मितरांव गांव के निवासी साहिल गहलोत ने अपनी महिला साथी (निक्की यादव) की गला घोंट कर हत्या करने के बाद उसके शव को अपने ढाबे के रेफ्रिजरेटर में रख दिया था। निक्की के चाचा प्रवीण यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस परिवार और जनता को “गुमराह” कर रही है। उन्होंने यह भी मांग की कि आरोपी साहिल गहलोत को “फांसी दी जानी चाहिए।”
यादव ने कहा कि मामले की सुनवाई त्वरित अदालत (फास्ट ट्रैक) में हो और दोषियों को फांसी की सजा दी जाए। पीड़िता के चाचा ने कहा कि निक्की हॉस्टल में रह रही थी, वह लिव-इन रिलेशनशिप में नहीं थी।” उन्होंने यह दावा किया कि निक्की के लापता होने के बाद उनके पिता ने भी गहलोत से संपर्क किया था लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई। पुलिस ने बताया कि यह घटना हत्या के चार दिन बाद 14 फरवरी को तब प्रकाश में आई जब पुलिस ने गहलोत की निशानदेही पर रेफ्रिजरेटर से पीड़िता का शव बरामद किया।
पुलिस का कहना है कि साहिल गहलोत ने अपनी महिला मित्र निक्की यादव की हत्या करने के बाद उसके मोबाइल फोन से चैट और अन्य डेटा मिटा दिये थे। आरोपी के कबूलनामे के अनुसार, उसने पुलिस को बताया कि उसने घटना से करीब 15 दिन पहले यादव का उत्तमनगर स्थित घर छोड़ दिया था, लेकिन 9 फरवरी को अपनी सगाई के बाद, वह फिर वहां गया और उसके साथ रात बितायी।
अधिकारी ने बताया, ‘‘निक्की यादव ने पहले ही उसके साथ गोवा जाने की योजना बना ली थी और पहले से ही अपना टिकट बुक कर लिया था, लेकिन जब उसने एक यात्रा ऐप के माध्यम से गहलोत का टिकट बुक करने की कोशिश की, तो उसका टिकट बुक नहीं हो सका। इसलिए उन्होंने अपनी योजना बदल दी और हिमाचल प्रदेश जाने का फैसला किया।