एनआईए का खुलासा, सचिन वाझे के ड्राइवर ने अंबानी के घर के पास खड़ी की थी विस्फोटक से भरी गाड़ी
By विनीत कुमार | Published: March 31, 2021 01:40 PM2021-03-31T13:40:20+5:302021-03-31T13:40:20+5:30
मुकेश अंबानी के घर के पास फरवरी में मिले विस्फोटकों से भरी गाड़ी सचिन वाझे के ड्राइवर ने खड़ी की थी। इस दौरान सचिन वाझे खुद इनोवा गाड़ी में मौजूद था। इसका खुलासा एनआईए ने किया है।
मुकेश अंबानी के घर के पास फरवरी में विस्फोटक से भरी गाड़ी मिलने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ा खुलासा किया है। एनआईए के अनुसार मुंबई पुलिस के गिरफ्तार ASI सचिन वाझे का ड्राइवर जेलेटिन छड़ों से भरी स्कॉर्पियो मुकेश अंबानी के घर के पास ले गया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार वहीं, इस दौरान सचिन वाझे स्कॉर्पियों के पीछे चल रहे इनोवा गाड़ी में मौजूद था और खुद उसे ड्राइव रहा था। इस पूरे मामले में स्कॉर्पियों का किस्सा 17 फरवरी से शुरू होता है जब इसके मालिक मनसुख हीरेन ने इसके खराब होने की बात कहकर इसे मुलुंड-एरोली रोड पर खड़ा किया था। सूत्रों के अनुसार इसकी चाबी हीरेन ने बाद में उसी दिन वाझे को उसके सिटी पुलिस हेडक्वॉर्टर में स्थित ऑफिस में सौंप दी थी।
वाझे के ड्राइवर ने इसके बाद अगले दिन स्कॉर्पियों को उठाया और ठाणे लाकर साकेत हाउसिंह सोसाइटी की पार्किंग में लगा दिया। वाझे भी इसी सोसायटी में रहता है।
इसके बाद अगले दिन 19 फरवरी को ड्राइवर इस गाड़ी को क्रॉफोर्ड मार्केट में पुलिस हेडक्वॉर्टर ले जाता है और वहां पार्क कर देता है। गाड़ी वहीं खड़ी रहती है और 21 फरवरी को ड्राइवर वापस स्कॉर्पियों को वाझे की हाउसिंग सोसायटी में ले जाता है, जहां ये 25 फरवरी की रात तक खड़ी रहती है। इसी रात ड्राइवर गाड़ी को दक्षिण मुंबई में मुंकेश अंबानी के घर के पास ले जाता है।
एनआईए के एक अधिकारी के अनुसार, 'वाझे इस दौरान इनोवा में मौजूद था जो एसयूवी के पीछे-पीछे चल रही थी। वाझे का ड्राइवर स्कॉर्पियो को मुकेश अंबानी के घर के पास खड़ा करता है और इनोवा में बैठ जाता है और वे वहां से चले जाते हैं।'
धमकी भरी चिट्ठी छोड़ने के लिए वापस आया था वाझे
अधिकारी के मुताबिक इनोवा को मुलुंड टोल नाके को क्रॉस करते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा सकता है। ये इनोवा अलग नंबर प्लेट के साथ फिर एंटीलिया के पास लौटती है। इसी समय वाझे कुर्ता-पायजामा पहने हुए स्कॉर्पियों के पास जाता दिखता है और तभी वो धमकी भरी चिट्ठी भी वहां छोड़ता है।
एनआईए इस मामले में मनसुख हीरेन की मौत की भी जांच कर रही है। हीरेन 5 मार्च को मृत पाए गए थे। अधिकारियों के अनुसार वे इस केस में हर बिखरी कड़ी को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं ताकि पूरी बात सामने आ सके। एनआईए इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या किसी अन्य सीनियर अधिकारी को भी पूरे मामले की जानकारी थी।
इस बीच एनआईए मुंबई पुलिस हेडक्वॉर्टर का सीसीटीवी फुटेज भी हासिल करने में जुटी है। इससे इस बात की जानकारी मिलेगी कि वाझे फरवरी के बाद कब कहां किस-किस से मिला था।