NEET Exam Row: पटना टू रांची, नीट पेपर लीक कांड में खुले रहे राज, गुजरात से भी जुड़ सकते हैं तार!
By एस पी सिन्हा | Updated: June 21, 2024 15:34 IST2024-06-21T15:32:03+5:302024-06-21T15:34:41+5:30
NEET Exam Row: मामले से जुड़े 4 आरोपियों की जमानत याचिका पर शुक्रवार को पटना सिविल कोर्ट में एडीजे 5 राजेंद्र कुमार सिन्हा की बेंच ने मामले में सुनवाई हुई।

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पटनाः नीट पेपर लीक कांड मामले की जांच में जुटी बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ा रही, वैसे-वैसे उसके हाथ कुछ अहम सुराग मिलते जा रहे हैं। जांच के दौरान ईओयू के हाथ जो नया तथ्य सामने आया है, उसमें यह कड़ी अब बिहार से आगे निकलकर झारखंड तक जा पहुंची है। सूत्र बता रहे हैं कि केवल बिहार के पटना ही नहीं, नीट का प्रश्न पत्र लीक होकर एक दिन पहले झारखंड के रांची तक भी पहुंच गया था। गुजरात से भी इसके तार जोड़ने की चर्चा है। इसमें भी तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम यादव के संबंधी सिकंदर यादवेंदु का हाथ सामने आ रहा है।
इस बीच नीट पेपर लीक मामले में आरोपियों को पटना सिविल कोर्ट से झटका लगा है। इस मामले से जुड़े 4 आरोपियों की जमानत याचिका पर शुक्रवार को पटना सिविल कोर्ट में एडीजे 5 राजेंद्र कुमार सिन्हा की बेंच ने मामले में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद कोर्ट ने अगली तारीख 25 जून तय की है। सभी आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी।
सिकंदर यादुवेंदु, नीतीश पटेल, अनुराग यादव और आयुष कुमार की जमानत को लेकर सुनवाई हुई
लेकिन पटना पुलिस बिना एनएचएआई के गेस्ट हाउस की डायरी लिए ही कोर्ट पहुंच गई थी। कोर्ट ने पुलिस को अगली सुनवाई में डायरी लाने की बात कह सुनवाई को टाल दिया। पटना सिविल कोर्ट के अधिवक्ता उदय शंकर सिंह ने बताया कि नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सिकंदर यादुवेंदु, नीतीश पटेल, अनुराग यादव और आयुष कुमार की जमानत को लेकर सुनवाई हुई।
नीट पेपर लीक कांड में ईओयू की जांच गिरफ्तार आरोपियों और अभ्यर्थियों के आसपास ही घूम रही
एडीजे 5 राजेंद्र कुमार सिन्हा की पीठ ने मामले में फ़िलहाल किसी को कोई जमानत नहीं दी है। वहीं इसे लेकर एनएचएआई गेस्ट हाउस की डायरी मांगी गई है। अब अगली सुनवाई में डायरी पेश की जाएगी।
वहीं, सूत्र बता रहे हैं कि रांची में भी कई परीक्षार्थियों के पास एक दिन पहले नीट का पेपर गया था। नीट पेपर लीक कांड में ईओयू की जांच गिरफ्तार आरोपियों और अभ्यर्थियों के आसपास ही घूम रही है।
सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के कहने पर गेस्ट हाउस में कमरा बुक करने वाले तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार से ईओयू पूछताछ करेगी
गिरोह का नेटवर्क देशभर में फैला हुआ नज़र आ रहा है। पेपर लीक को लेकर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अब सवालों के घेरे में हैं। उनके पीएस प्रीतम कुमार की भूमिका इस मामले में संदिग्ध है। नीट पेपर लीक मामले में जेल मे बंद जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के कहने पर गेस्ट हाउस में कमरा बुक करने वाले तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार से ईओयू पूछताछ करेगी।
सिकंदर की झारखंड पंजीकृत कार का नंबर भी होटल से ही मिला था
सूत्रों की मानें तो पटना के अलावा रांची (झारखंड) के केंद्रों पर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों तक भी एक रात पहले प्रश्नपत्र पहुंच गए थे। रांची के कांके इलाके में रिंग रोड स्थित एक होटल में एक से तीन मई तक कई अभ्यर्थियों और अभिभावकों के साथ गिरोह के सदस्यों ने बैठक की। सिकंदर की झारखंड पंजीकृत कार का नंबर भी होटल से ही मिला था।
रांची के लगभग 25 अभ्यर्थियों को एक अड्डे पर प्रश्न पत्र रटवाया गया था
जिसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने पटना पुलिस से जानकारी साझा किया और वह गिरफ्त में आ गया। सूत्रों की मानें तो अनुज नामक एक युवक के बारे में भी केंद्रीय एजेंसी को जानकारी मिली थी, जो पटना के धीरज की तरह सिकंदर के लिए रुपयों की हेराफेरी करता था। रांची के लगभग 25 अभ्यर्थियों को एक अड्डे पर प्रश्न पत्र रटवाया गया था।
प्रति अभ्यर्थी यहां भी 40-40 लाख रुपये वसूले गए थे। 10 करोड़ रुपये से अधिक के वारे-न्यारे करने की साजिश थी। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी है के अनुसार ईओयू के निशाने पर दो सेंटर अतुल वत्सय और अंशुल सिंह भी आए हैं। अतुल वत्सय पिछले कई महीने से महाराष्ट्र के एक शहर में रह रहा है।