आर्यन खान को ड्रग्स केस में बड़ी राहत के संकेत, एसआईटी जांच में मुबंई एनसीबी की तब की कार्रवाई पर भी 'सवाल'
By विनीत कुमार | Published: March 2, 2022 11:34 AM2022-03-02T11:34:16+5:302022-03-02T11:39:15+5:30
एनसीबी की एसआईटी को ड्रग्स केस में आर्यन खान के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं, जिससे ये साबित हो वो किसी ड्रग्स तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा रहे हों। जांच में जो बातें सामने आई हैं वो मुंबई एनसीबी की तब की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े करती नजर आती हैं।
नई दिल्ली: बॉलीवुड बादशाह शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की पिछले साल ड्रग्स मामले में हुई गिरफ्तारी सहित क्रुज पर एनसीबी की छापेमारी पर जांच में कई अहम बातें सामने आई हैं। एनसीबी की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) पूरे मामले की जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार एसआईटी की जांच में ये बात सामने आई है कि ऐसे कोई सबूत नहीं हैं जिसके आधार पर ये कहा जा सके कि आर्यन खान ड्रग्स की किसी बड़ी साजिश या एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा थे।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले को करीब से जानने वाले कुछ लोगों ने नाम सार्वजनकि नहीं करने की शर्त पर जांच की कुछ अहम बातों को साझा किया है। ऐसे में एनसीबी मुंबई की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
एनसीबी छापे और पूरी कार्रवाई को लेकर सवाल
रिपोर्ट के अनुसार एसआईटी की जांच में कहा गया है कि आर्यन खान के पास से ड्रग्स नहीं मिला था और इसलिए उनके फोन को जब्त करने और चैट की जांच करने की जरूरत नहीं थी। ऐसे ही आर्यन खान के फोन से हुई चैटिंग ये साबित नहीं करती है वह किसी अंतरराष्ट्रीय गिरोह का हिस्सा थे।
इसके अलावा छापे की वीडियो रिकॉर्डिंग भी नहीं की गई जबकि एनसीबी मैनुअल के अनुसार ऐसा करना जरूरी है। साथ ही केस में गिरफ्तार कुछ आरोपियों से जब्त कुछ ड्रग्स सिंगल रिकवरी के तौर पर दिखाए गए हैं।
एक अधिकारी ने कहा, 'यह निश्चित है कि एसआईटी जांच अभी पूरी नहीं हुई है और एनसीबी के महानिदेशक एसएन प्रधान को अंतिम रिपोर्ट सौंपने में कुछ महीने लग सकते हैं। एक अधिकारी ने कहा कि अंतिम निर्णय से पहले एक कानूनी राय ली जाएगी, विशेष रूप से इस पहलू पर कि क्या आर्यन खान पर ड्रग्स के उपभोग के लिए आरोप लगाया जा सकता है, भले ही उनके पास से कई ड्रग्स नहीं मिला था।'
पिछले साल अक्टूबर में एनसीबी ने आर्यन खान को किया था गिरफ्तार
पिछले साल एनसीबी के मुंबई जोनल यूनिट के निदेशक समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एजेंसी ने 2 अक्टूबर की रात मुंबई से गोवा जा रही क्रूज पर छापा मारा था। इस छापेमारी में एनसीबी ने 13 ग्राम कोकीन, पांच ग्राम मेफेड्रोन, 21 ग्राम मारिजुआना, 22 गोलियां एमडीएमए (एक्स्टसी) और 1.33 लाख रुपये नकद बरामद किए थे।
एनसीबी ने क्रूज से 14 लोगों को पकड़ा था और घंटों तक पूछताछ के बाद आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट, और मुनमुम धमेचा को 3 अक्टूबर की दोपहर को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद एजेंसी ने 17 और लोगों को गिरफ्तार किया। वाटसेप चैट के आधार पर वानखेड़े की टीम ने दावा किया था कि आरोपी एक बड़ी साजिश का हिस्सा थे। आरोप लगाया गया कि आर्यन खान कुछ विदेशी ड्रग्स सप्लायर के संपर्क में थे और चैट में 'हार्ड ड्रग्स' और 'अधिक मात्रा' का उल्लेख था।