मुंबई रेप केस की पीड़िता की अस्पताल में मौत, लोहे की राड का इस्तेमाल करने के बाद चाकू से किया गया थे कई वार
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 11, 2021 01:50 PM2021-09-11T13:50:11+5:302021-09-11T17:04:13+5:30
Mumbai Sakinaka Rape Case: मुंबई पुलिस ने कहा कि अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन आया कि खैरानी रोड पर एक व्यक्ति एक महिला की पिटाई कर रहा है।
Mumbai Sakinaka Rape Case: मुंबई में उपनगर साकीनाका में एक टेंपो के अंदर 32 वर्षीय एक महिला के साथ बलात्कार एवं निर्दयता से हमला किया गया। आज इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। हैवानियत के बाद महिला की हालत बहुत ही नाजुक थी।
आरोपी मोहन चौहान को अरेस्ट कर लिया। पीड़िता का इलाज मुंबई नगर निगम के राजावाड़ी अस्पताल में चल रहा था। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण पीड़िता की हालत गंभीर थी। मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर आज सुबह उनका हालचाल जानने के लिए अस्पताल पहुंची थीं।
पीड़िता 9 सितंबर को साकी नाका क्षेत्र के खैरानी रोड पर बेहोशी की हालत में मिली थी। पुलिस के मुताबिक महिला के साथ दुष्कर्म किया गया और फिर रॉड से पीटा गया। बलात्कारी ने कथित तौर पर उसके गुप्तांगों में रॉड मारकर शव को सूने पर फेंक दिया।
घटना उत्तर-पश्चिम मुंबई के साकीनाका इलाके के खैरानी रोड पर गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात को हुई और पुलिस ने शुक्रवार तड़के करीब तीन बजे उसे खून से लथपथ बरामद किया। साकीनाका पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बलवंत देशमुख ने कहा कि स्थानीय निवासी मोहन चव्हाण (45) के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी को नृशंस अपराध के घंटों बाद गिरफ्तार किया गया।
उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने गंभीर हालत में पीड़िता को तुरंत घाटकोपर के बीएमसी के राजावाड़ी अस्पताल पहुंचाया था। आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने और संभावित गवाहों से पूछताछ जारी है। यह घटना 2012 के 'निर्भया' कांड की याद दिलाती है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
कुछ सुरागों के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी चौहान को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 376 (बलात्कार) के तहत गिरफ्तार किया गया और आगे की जांच जारी है। दिसंबर 2012 में, एक युवती - जिसे बाद में 'निर्भया' कहा गया - के साथ दिल्ली में चलती बस के अंदर निर्दयता से सामूहिक बलात्कार और हमला किया गया, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया। कई दिनों तक जिंदगी के संघर्ष के बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी।