Money Laundering Case: पत्रकार राणा अय्यूब ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बताया निराधार
By रुस्तम राणा | Published: February 11, 2022 08:43 PM2022-02-11T20:43:16+5:302022-02-11T20:43:16+5:30
अय्यूब ने कहा कि मीडिया में रिपोर्ट किए गए विभिन्न आरोप "निराधार, दुर्भावनापूर्ण और काल्पनिक" हैं। उन्होंने अपने बयान में खर्च का हिसाब बताया है।
मुंबई: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पत्रकार राणा अय्यूब ने शुक्रवार को एक बयान जारी किया है। इस बयान में उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है। साथ ही उन्होंने क्राउडफंडिंग से प्राप्त धनराशि के खर्च का विवरण भी साझा किया है। अय्यूब ने कहा कि मीडिया में रिपोर्ट किए गए विभिन्न आरोप "निराधार, दुर्भावनापूर्ण और काल्पनिक" हैं।
पत्रकार राणा अय्यूब ने कहा, “केटो पर किए गए अपने तीन सार्वजनिक अभियानों में, मैंने कुल ₹ 2,69,44,679 (लगभग 26.9 मिलियन) जुटाए थे। मैंने अपने द्वारा किए गए राहत कार्यों के लिए सभी बिल और चालान उपलब्ध कराए हैं, जो कि 40,45,644 रुपये हैं।
उन्होंने कहा, एक अस्थायी कोविड अस्पताल स्थापित करने के मेरे प्रयासों में बहुत समय लग रहा था, इसलिए मैंने रोगियों के इलाज में सहायता के लिए एक सार्वजनिक वित्त पोषित अस्पताल को दान करने का फैसला किया था।
"राणा अय्यूब ने कहा, मैंने नई दिल्ली सेव द चिल्ड्रेन फाउंडेशन के साथ एक समझौते के तहत तिलक अस्पताल के बाल रोग विभाग को दान करने के लिए पहुंची थी। मैंने 20 अगस्त 2021 को इस उद्देश्य के लिए 90 लाख रुपये का चेक जारी किया था। हालांकि, 08 सितंबर, 2021 को, मुझे सेव द चिल्ड्रन फाउंडेशन द्वारा सूचित किया गया था कि दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने मेरा दान स्वीकार करने से इनकार कर दिया और चेक मुझे वापस कर दिया गया था।
मुझे बिना कारण बताए एसडीएमसी ने मेरे दान को इनकार कर दिया। मैंने ₹ 74.50 लाख का दान महाराष्ट्र के सीएम केयर्स फंड में दिया। यह दान मैंने मेरे गृह राज्य में राहत कार्य और पीएम केयर्स फंड में पूरे भारत में राहत कार्य के लिए दिया था।”
अपने बयान में उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि राहत अभियान निधि का कोई भी हिस्सा बेहिसाब नहीं है, और व्यक्तिगत खर्चों के लिए धन के किसी भी दुरुपयोग की कोई गुंजाइश नहीं है।
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— Rana Ayyub (@RanaAyyub) February 11, 2022
आरोप है कि राणा अय्यूब द्वारा केटो पर कुल 2 करोड़ 69 लाख 44 हजार 680 रुपये की धनराशि जुटाई गई थी। जुटाई गई यह धनराशि उनकी बहन/पिता के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी। ईडी के मुताबिक राणा अय्यूब के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में 1.77 करोड़ रुपये कुर्क किए हैं।