मोबाइल फोन बना जान का दुश्मन, पॉर्न की नकल करना युवक को पड़ा भारी
By एस पी सिन्हा | Published: August 13, 2019 03:48 PM2019-08-13T15:48:34+5:302019-08-13T16:01:46+5:30
युवक मोबाइल में जो गेम खेल रहा था और जिस पोज में उसकी मौत हुई उसे देखकर मनोचिकित्सक ने बताया कि कुछ मानसिक रूप से विकृत लोग बीडीएसएम का अभ्यास करते हैं. बीडीएसएम का अर्थ है कि गलत तरीके से अपने शरीर को कष्ट देकर कामेच्छा को प्राप्त करना.
स्मार्ट फोन धीरे-धीरे जानलेवा साबित होता जा रहा है. कभी मोबाइल पर गेम खेलना तो कभी सेल्फी व टिक-टॉक जानलेवा साबित हो चुका है. अब एक अलग ही मामला सामने आया है, जिसमें बिहार की राजधानी पटना के पाटलिपुत्र थाने के नेहरू नगर में एक मेडिकल कंपनी में 34 वर्षीय मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव ब्लू फिल्म की नकल कर रहा था कि इसी दौरान उसकी गर्दन दब गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. इसका खुलासा उस समय हुआ जब खुदकुशी की सूचना मिलने पर पहुंची एफएसएल की टीम ने मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के मोबाइल फोन को बरामद किया और उसे खंगाला.
बताया जाता है कि पुलिस के द्वारा ऑन करने पर उसके मोबाइल फोन में एक गंदा वीडियो चल रहा था और स्पष्ट था कि वह उसे ही देख रहा था. उस वीडियो में लड़की नग्न थी और उसने अपने पांव को बांध रखा. गर्दन में भी एक पट्टी लगा रखी थी. मृतक युवक भी लड़की की ही मुद्रा में पाया गया था.
सूत्रों के अनुसार, इसके लिए उसने बेडशीट की जो रस्सी बनाई थी, उसके नीचे मोटा कपड़ा लगा रखा था. लेकिन बेडशीट की रस्सी अपने जगह से खिसक गई और गर्दन दब जाने से मौत हो गई. उसे संभलने का भी मौका नहीं मिला. बताया जाता है यह पटना जिला के लिए पहला मामला है, जिसमें इस तरह से मौत होने की बातें सामने आई है. पुलिस भी आश्चर्यचकित है.
डीएसपी विधि व्यवस्था राकेश कुमार ने बताया कि युवक के मोबाइल फोन से ऐसे कई वीडियो मिले हैं. जिस तरह से मोबाइल में वीडियो में पोज बनाये गये थे, उसी पोज में युवक मृत मिला है. स्पष्ट है कि युवक भी उस वीडियो को देखकर उसी तरह की नकल कर रहा था.
इस घटना की जानकारी उस समय हुई जब युवक का रूम पार्टनर राहुल दास दरभंगा से अपना काम निबटाकर घर पर पहुंचा तो कमरे का दरवाजा व खिड़की अंदर से बंद था. इसके बाद जानकारी मिली कि युवक फांसी के फंदे में लटका हुआ है और उसकी जान चली गई है. इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई और दरवाजा खोला गया.
पुलिस ने एफएसएल को भी जांच के लिए बुलाया. पुलिस ने घटनास्थल से एक बंद लिफाफा, मोबाइल फोन व एक कलम को बरामद किया है. पुलिस ने जब मोबाइल फोन खंगाला तो युवक की मौत के सारे राज खुल गये. युवक मूल रूप से पश्चिम बंगाल के आसनसोल का रहने वाला था और 2014 से नेहरू नगर के एक मकान के तीसरे फ्लोर पर स्थित फ्लैट में रह रहा था.
उसके रूम पार्टनर से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि युवक पबजी गेम खेलता रहता था. विधि व्यवस्था डीएसपी राकेश कुमार ने बताया कि इस तरह का पहला केस उन्होंने देखा है. इसके पहले उनके नौकरी काल में इस तरह का केस नहीं आया था. इस मामले में यूडी केस दर्ज करने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया और परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन ने भी कुछ विशेष जानकारी अपने बयान में नहीं दिया है.
युवक मोबाइल में जो गेम खेल रहा था और जिस पोज में उसकी मौत हुई उसे देखकर मनोचिकित्सक ने बताया कि कुछ मानसिक रूप से विकृत लोग बीडीएसएम का अभ्यास करते हैं. बीडीएसएम का अर्थ है कि गलत तरीके से अपने शरीर को कष्ट देकर कामेच्छा को प्राप्त करना.
चिकित्सीय भाषा में इस तरह के अभ्यास करने वाले वालों में मानसिक विकृति पाई जाती है. मनोचिकित्सकों के अनुसार मोबाइल फोन अब लोगों में अकेलापन को बढ़ाने में काफी सहायक हैं. आज घर के सभी लोग मोबाइल फोन में ही व्यस्त रहते हैं. इंटरनेट के अच्छे व खराब चीजों को सर्च करने लगते हैं.
अगर एक बार इंटरनेट पर गलती से भी खराब वीडियो आ जाता है तो फिर बार-बार उस तरह के वीडियो स्क्रीन पर दिखने लगते हैं. जिससे अंत में उस वीडियो की ओर आकर्षण बढ़ता जाता है और उसी तरह करने की भी सोचने लगते हैं. इसके साथ ही मानसिक विकृति आने लगती है.