बलबीर गिरि होंगे बाघंबरी गद्दी मठ और बड़े हनुमान मंदिर के प्रमुख महंत, जानिए इनके बारे में
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 29, 2021 02:21 PM2021-09-29T14:21:03+5:302021-09-29T14:28:20+5:30
35 साल के बलबीर गिरि पिछले 15 सालों से महंत नरेंद्र गिरि के सबसे भरोसेमंद शिष्य हैं। वह उत्तराखंड से ताल्लुक रखते हैं और 2005 में संन्यास लेने के लिए अपने परिवार को छोड़ गए थे।
प्रयागराजः अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के दिवंगत महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी 5 अक्टूबर को है। महंत की इच्छा का सम्मान करते हुए बलबीर गिरि (35) को बाघंबरी गद्दी मठ के अगले 'पीठधीश्वर' के रूप में नियुक्त किया जाएगा।
स्वर्गीय महंत नरेंद्र गिरि ने बलबीर गिरि को 4 जून, 2020 को अपनी अंतिम वसीयत में अपना उत्तराधिकारी नामित किया था। षोडशी में निमंत्रण के लिए कार्ड छपने के लिए दिया गया है। 8000 से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो सकते हैं।
संगम के बड़े हनुमान मंदिर के प्रमुख महंत भी होंगे
5 अक्टूबर को एक राज्याभिषेक समारोह में बलबीर का औपचारिक रूप से अभिषेक किया जाना है। बलबीर गिरि को सभी प्रमुख निर्णयों के लिए अनुमोदन प्राप्त करना होगा। बलबीर गिरि न केवल बाघंबरी मठ के प्रमुख होंगे, बल्कि संगम के बड़े हनुमान मंदिर के प्रमुख महंत भी होंगे।
महंत बलबीर गिरि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के सबसे कम उम्र के प्रमुख बनने के लिए तैयार हैं। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के पदाधिकारियों ने दिवंगत महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य बलबीर गिरि को बाघंबरी मठ के अगले प्रमुख के रूप में अभिषेक करने का निर्णय लिया है। 20 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के बाद यह पद खाली हो गया था।
बलबीर गिरि पिछले 15 सालों से महंत नरेंद्र गिरि के सबसे भरोसेमंद शिष्य
35 साल के बलबीर गिरि पिछले 15 सालों से महंत नरेंद्र गिरि के सबसे भरोसेमंद शिष्य हैं। वह उत्तराखंड से ताल्लुक रखते हैं और 2005 में संन्यास लेने के लिए अपने परिवार को छोड़ गए थे। उन्हें हरिद्वार में नरेंद्र गिरि द्वारा 'दीक्षा' दी गई थी और वर्तमान में वे हरिद्वार में बिल्केश्वर महादेव मंदिर की देखरेख कर रहे हैं।
बलबीर और आनंद गिरि लगभग एक ही समय में महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य बन गए। बाद में, जब नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच मतभेद सामने आए, बलबीर नरेंद्र गिरि के प्रति वफादार रहे और मई 2021 में महंत ने आनंद गिरि को अखाड़े और मठ से निकाल दिया तो वह नंबर दो बन गए।
नरेंद्र गिरि आत्महत्या मामले में सीबीआई ने तीनों अभियुक्तों को हिरासत में लिया
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या मामले में मंगलवार को सभी तीन अभियुक्तों आनंद गिरि, अद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी को सात दिन के लिए हिरासत में ले लिया। नैनी केंद्रीय कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक पीएन पांडेय ने पत्रकारों को बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, प्रयागराज ने आनंद गिरि, अद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी को सात दिन के लिए सीबीआई हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। मंगलवार सुबह नौ बजे इन्हें सीबीआई के पास भेजा गया।
उन्होंने बताया कि हिरासत में भेजे जाने से पहले इनकी चिकित्सीय जांच करायी गयी, जिसमें कोई चोट या गंभीर स्थिति नहीं पाई गई। सात दिन बाद वापस जेल आने पर इनका फिर से चिकित्सीय परीक्षण कराया जाएगा और इसकी सूचना अदालत को दी जाएगी।
इस बीच, महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या मामले की सीबीआई जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में कराए जाने का अनुरोध करते हुए महिला अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता सहर नकवी ने मंगलवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल की।
सहर नकवी ने संवाददाताओं को बताया कि यदि उच्च न्यायालय अपनी निगरानी में सीबीआई से जांच कराएगा और समय समय पर जांच एजेंसी से प्रगति रिपोर्ट मांग कर दिशानिर्देश देता रहेगा तो जांच में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश को ईमेल से भेजी गई याचिका में न्यायालय से इस मामले का स्वतः संज्ञान लेकर इसे जनहित याचिका के तौर पर मानने और उचित निर्णय लेने की अपील की गई है। अधिवक्ता ने कहा कि लाखों लोगों की आस्था निरंजनी अखाड़े से जुड़ी हुई है और कई लोग इस अखाड़े के अनुयायी हैं। अगर अदालत की निगरानी में जांच होगी तो लोगों को इसके निष्कर्ष पर पूरा विश्वास होगा।