लखीमपुर खीरी: पेड़ से लटके मिले दो सगी बहनों के शव, मामले में चार आरोपी पकड़े गए, विपक्ष का योगी सरकार पर हमला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 15, 2022 07:06 AM2022-09-15T07:06:46+5:302022-09-15T09:00:39+5:30
लखीमपुर खीरी में दो सगी दलित बहनों के शव मिलने के बाद विपक्ष ने उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए हैं। इस मामले में लड़कियों की मां ने पड़ोस के तीन युवकों पर अपहरण और हत्या का आरोप लगाया है।
लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के निघासन क्षेत्र में बुधवार शाम एक खेत में दो सगी बहनों के शव पेड़ पर फंदे से लटकते मिले। दोनों लड़किया दलित समुदाय की थीं। इस घटना के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने निघासन चौराहे पर रास्ता जाम कर प्रदर्शन किया।
पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन और अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और नाराज ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। मामले में पुलिस ने अभी तक चार आरोपी को हिरासत में लिया है और पूछताछ की जा रही है। अरुण कुमार सिंह ने ये जानकारी दी।
#UPDATE | Uttar Pradesh: "Four accused in the matter have been taken into custody. Interrogation is underway," said Additional SP Arun Kumar Singh, Lakhimpur Kheri, after bodies of 2 girls were found hanging from a tree.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 15, 2022
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पड़ोस के गांव के युवकों पर अपहरण और हत्या का आरोप
लड़कियों की मां ने पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों पर उसकी बेटियों को अगवा कर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया है। वहीं, पूरे मामले पर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि बुधवार की शाम निघासन कोतवाली क्षेत्र के एक गांव से कुछ दूरी पर गन्ने के खेत में पेड़ पर फंदे से लटकते दो किशोरियों के शव मिले।
सूत्रों ने बताया कि मृत लड़कियों की मां का आरोप है कि पड़ोस के गांव के रहने वाले तीन युवकों ने उसकी बेटियों को उनकी झोपड़ी के पास से अगवा करने के बाद उनकी हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं और मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता लग सकेगा।
अखिलेश यादव ने हाथरस कांड से की तुलना
इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार को घेरने का प्रयास किया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना की तुलना हाथरस कांड से करते हुए ट्वीट किया, ‘‘निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया। लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है।"
निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में 2 दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 14, 2022
लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है। pic.twitter.com/gFmea4bAUc
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने ट्वीट किया, ‘‘लखीमपुर में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है। परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था। रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती। आखिर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार?’’
(भाषा इनपुट)