केरल नन रेप केस में आरोपी बिशप गिरफ्तार, जानें कैसे पीड़िता को बनाया दो सालों तक हवस का शिकार
By भाषा | Published: September 21, 2018 11:30 PM2018-09-21T23:30:23+5:302018-09-21T23:37:55+5:30
कोट्टयम के पुलिस प्रमुख हरिशंकर ने पत्रकारों को बताया कि बिशप मुलक्कल को रात आठ बजे गिरफ्तार किया गया और उन्हें चिकित्सा जांच के लिए ले जाया गया।
कोच्चि, 21 सितंबर: एक नन से बलात्कार के आरोपों को लेकर बढ़ते जन आक्रोश के बीच बिशप फ्रांको मुलक्कल को शुक्रवार रात को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि पिछले तीन दिनों से यहां तेजी से चल रही पूछताछ के बाद केरल पुलिस ने 54 वर्षीय मुलक्कल को गिरफ्तार कर लिया। इससे एक दिन पहले पोप ने मुलक्कल को पादरी की उनकी जिम्मेदारियों से ‘‘अस्थायी’’ तौर पर मुक्त कर दिया। कोट्टयम के पुलिस प्रमुख हरिशंकर ने पत्रकारों को बताया कि बिशप मुलक्कल को रात आठ बजे गिरफ्तार किया गया और उन्हें चिकित्सा जांच के लिए ले जाया गया।
पुलिस महानिरीक्षक (कोच्चि रेंज) विजय साखरे ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मुलक्कल को कल कोट्टयम जिले के पाला में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा। मुलक्कल पर साल 2014 और 2016 के बीच एक नन से बार-बार बलात्कार करने और उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।
वेटिकन को पत्र लिखकर बताई आपबीती
पीड़िता ने न्याय की गुहार के लिए भारत में वेटिकन के प्रतिनिधियों को 7 पन्ने का पत्र लिखा था। ये पत्र आठ सितंबर को लिखा गया था। पीड़िता नन ने सात पेज के पत्र में आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ सारी सच्चाई खोलकर रख दी थी। नन ने पत्र में बताया था कि किस तरह 2014 से 2016 तक उसका आरोपी बिशप ने शारीरिक उत्पीड़न किया।
पत्र में पीड़िता ने बताया था कि बिशप दूसरी नन के साथ भी ऐसे ही व्यवहार करता था। वेटिकन को लिखे पत्र में नन ने उनके साथ किए गए हैवानियत की पूरी कहानी बताई थी। पीड़िता ने बताया कि कैसे आरोपी ने उन्हें और उनके समर्थकों को चुप कराने की कोशिशें की गईं। खबरों के मुताबिक ये बात पहले भी सामने आ चुकी थी कि किस तरह बिशप पर नन और उनके समर्थकों को पैसे और संपत्ति देकर पूरे केस को दबाने की कोशिश की गई थी। वेटिकन सिटी के पोप दुनियाभर में सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरू हैं। यह पत्र मंगलवार को मीडिया को उपलब्ध हुआ था।
पीड़िता नन ने वेटिकन को ये पत्र तीसरी बार लिखा थ। इससे पहले वह 2018 के 25 जनवरी और 25 जून को भी पत्र लिख चुकी हैं। लेकिन पिछले दो खतों का वेटिकन ने कोई जवाब नहीं दिया था तो फिर निराश होकर नन से तीसरी बार पत्र लिखा। पत्र में यह भी बताया गया कि किस तरह वह सबके पास मदद मांगने के लिए गई थी लेकिन सबने मदद से साफ इनकार कर दिया था।
केरल पुलिस ने बिशप को 19 सितंबर को पेश होने कहा
केरल पुलिस ने नन से बलात्कार के आरोपी एवं जालंधर क्षेत्र के बिशप फ्रैंको मुल्लकल को 19 सितंबर को जांच टीम के समक्ष पेश होने को कहा था। पुलिस महानिरीक्षक विजय साखरे ने बुधवार को यह जानकारी दी। मुल्लकल के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए पुलिस पर बढ़ रहे दबाव के बीच एर्नाकुलम क्षेत्र के आईजी साखरे की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद बिशप को तलब करने का फैसला लिया गया था। बैठक में कोट्टायम जिला पुलिस अधीक्षक हरिशंकर और वायकोम पुलिस उपाधीक्षक के. सुभाष भी शामिल हुए थे।
पादरी ने नन के आरोपों को किया खारिज
मुलक्कल ने नन द्वारा लगाए गये बलात्कार के आरोपों को मंगलवार को ‘‘निराधार और मनगढ़ंत’’ बताते हुए कहा था कि वह जांच को तैयार हैं। उन्होंने यहां टीवी चैनलों से कहा, ‘‘मैं अगर दोषी पाया गया, जो कि मैं नहीं हूं, तो मुझे दंडित किया जा सकता है...यदि मुझे बुलाया जाता है तो मैं पुलिस के समक्ष पेश हो जाऊंगा। मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं।’’
केरल के पादरी ने कहा कि हर किसी के पास कानून का सहारा लेने का अधिकार है। पादरी के खिलाफ वर्ष 2014 से 2016 के बीच कई बार बलात्कार करने के आरोप लगाये गये है। बिशप ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को ‘‘गंभीर’’ करार देते हुए कहा कि केवल तीन लोग सच जानते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शिकायतकर्ता की बहन, मैं और ईश्वर (सच जानते है)।’’ बिशप ने नन पर उन्हें ‘‘ब्लैकमेल’’ करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर भी निशाना साधा।