कानपुर शूटआउट: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की मां ने घर ढहाने पर कहा- वह घर मेरे पति ने बनाया था, विकास ने नहीं
By अनुराग आनंद | Published: July 5, 2020 04:36 PM2020-07-05T16:36:52+5:302020-07-05T17:04:29+5:30
कानपुर के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के मकान ढहाए जाने के बाद इस मामले में विकास की मां सरला देवी ने कहा कि वह हमारा पैतृक घर था।
कानपुर: बीते गुरुवार के करीब 2 बजे रात को कानपुर में अपराधियों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी थी और आठ पुलिस कर्मी घायल हो गए। इस दौरान दो अपराधी भी मारे गए थे। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी थी।
इसके बाद प्रशासन ने शनिवार को विकास दुबे के घर को ढहा दिया। कानपुर के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के मकान ढहाए जाने के बाद इस मामले में विकास की मां सरला देवी ने कहा कि वह हमारा पैतृक घर था।
एचटी रिपोर्ट की मानें तो विकास दुबे की मां ने कहा कि वह घर जिसे यूपी पुलिस ने ढहाया है वह मेरे पति और ससुर ने बनवाया था, यह घर मेरे बेटे विकास ने नहीं बनवाया था।
सरला देवी ने कहा कि प्रशासन को हमारी नहीं विकास के संपत्ति को ढहानी चाहिए। इसके साथ ही उसकी मां ने कहा कि विकास को सरेंडर करना चाहिए उसके कारण ही हमलोग परेशान हो रहे हैं।
इससे पहले विकास दुबे की मां ने ये कहा था-
इससे पहले भी कानपुर एनकाउंटर के मुख्य दोषी विकास दुबे की माता सरला देवी ने कहा कि अच्छा होगा अगर वो खुद सरेंडर कर दे। धोखे से भागता रहा तो पुलिस उसे एनकाउंटर में मार देगी। मैं तो कहती हूं पकड़ लो और फिर एनकाउंटर कर दो। उसने बहुत बुरा किया है।
कानपुर एनकाउंटर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस दुख की घड़ी में हम शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी और असाधारण पेंशन सरकार उपलब्ध करवाएगी। इसके अलावा 1 करोड़ रु. की आर्थिक सहायता भी प्रत्येक परिवार को दी जाएगी।
पुलिस के शवों के साथ 'क्रूरता' करने का विकास दुबे ने बनाया था प्लान
आज-तक ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि 2 और 3 जुलाई की रात( एक से दो बजे के बीच) आठों पुलिस वालों की मौत के बाद विकास दुबे का प्लान था कि उनको चौराहे पर जला दिया जाए। गांव वाले भी इन सब में विकास की डरे से मदद करते।
पुलिस वालों की हत्या की सूचना मिलने के बाद जब पुलिसकर्मी वहां पहुंचे तो पुलिस वालों के शव एक के ऊपर एक पड़े पड़ा हुआ था। सभी शवों को जलाने के लिए घर में मौजूद ट्रैक्टर से तेल भी निकाला जा रहा था। तभी पुलिस की दूसरी टीम मौके पर पहुंच गई और बदमाश वहां से भाग गए थे। गांव वालों ने पुलिस ने बाद में जब इस बारे में पूछताछ की तो किसी ने मुंह खोलने की हिम्मत नहीं थी।
विकास दुबे के गिरफ्तार साथी ने खोले कानपुर शूटआउट के कई राज-
विकास दुबे के साथ पुलिस पर फायरिंग करने वाले आरोपियों में से एक दयाशंकर अग्निहोत्री की गिरफ्तारी हुई है। दयाशंकर अग्निहोत्री ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं। दयाशंकर अग्निहोत्री ने पुलिस को बताया कि विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से फोन आया था, जिसके बाद उसने अपने घर में 25-30 लोगों को बुलाया गया था।
दयाशंकर ने बताया विकास दुबे किसी के फोन आने के बाद काफी अलर्ट हो गया था। दयाशंकर अग्निहोत्री ने कहा, विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से एक फोन आया था। जिसके बाद उसने लगभग 25-30 लोगों को बुलाया। उसने पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाईं।
मुठभेड़ के समय मैं घर के अंदर बंद था, इसलिए मैंने कुछ भी नहीं देखा। उसने यह भी बताया कि जेसीबी से रास्त रोकने का प्लान भी विकास दुबे का था। 2 और 3 जुलाई की रात हुई कानपुर में मुठभेड़ में पुलिस के आठ जवान शहीद हो गए हैं।