ताकत की दवा खाकर कमलेश तिवारी की हत्या करने आए थे आरोपी, एक को गला रेतने तो एक को हाथ काटने की मिली थी जिम्मेदारी!

By पल्लवी कुमारी | Published: October 21, 2019 04:10 PM2019-10-21T16:10:27+5:302019-10-21T16:10:27+5:30

कमलेश तिवारी हत्याकांड:18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की  गला रेतकर और गोली मारकर न‍िर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। 

Kamlesh tiwari murder case update accused take medicine before murder hindu leaders lucknow | ताकत की दवा खाकर कमलेश तिवारी की हत्या करने आए थे आरोपी, एक को गला रेतने तो एक को हाथ काटने की मिली थी जिम्मेदारी!

ताकत की दवा खाकर कमलेश तिवारी की हत्या करने आए थे आरोपी, एक को गला रेतने तो एक को हाथ काटने की मिली थी जिम्मेदारी!

Highlightsयूपी पुलिस ने मुख्य आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन पठान के बारे में जानकारी देने वालों पर ढाई लाख का इनाम रखा है।यूपी पुलिस इस मामले में गुजरात के तीन सहित पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

हिंदू नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में लगातार कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने कमलेश तिवारी को मारने से पहले घबराहट मिटाने वाली दवाएं खाई थी। हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उनकी जो तस्वीर सोशल मीडिया पर आई थी, उसको देखकर साफ पता चल रहा था कि उनके शरीर पर कई चोट के निशान हैं। पुलिस ने दावा किया है कि फोरेंसिक रिपोर्ट में कई बातें सामने आई हैं। 18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की  गला रेतकर और गोली मारकर न‍िर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। 

पुलिस का दावा है कि जिन लोगों को उन्होंने कमलेश तिवारी हत्या के आरोप में गुजरात सूरत से जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उसने बातचीत में ये बात सामने आई है कि हत्या के पहले आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन पठान काफी घबराए हुए थे। इसी वजह से उन्होंने ताकत वाली दवाएं खाई थी। अशफाक अकेले इस काम को अंजाम देने में काफी घबरा रहा था, उसके हाथ-पांव फूल रहे थे। जिस वजह से दूसरे हमलावर मोइनुद्दीन पठान को गला काटने की जिम्मेदारी मिली थी। वहीं अशफाक को कमलेश तिवारी के शरीक के बाकी अंगों जैसे हाथ-पैर, सीने को चाकू से गोदने का काम दिया गया था। यूपी पुलिस इस मामले में गुजरात के तीन सहित पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

इन दोनों आरोपियों ने कमलेश तिवारी से मिलने जाने से पहले होटल में घबराहट मिटाने वाली दवा ली थी। पुलिस को आरोपियों के कमरे से दवाईयां बरामद हुई है। पुलिस को लखनऊ के खालसा-इन होटल जिसमें यह दोनों हमलावर रूके थे। वहां से बरामद सामान में गला काटने में इस्तेमाल किया गया चाकू, जिसपर खून के दाग थे और कुछ दवाइयां भी मिली हैं। 

मुख्य आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन पठान के बारे में जानकारी देने वालों पर ढाई लाख का इनाम 

यूपी पुलिस ने ऐलाल किया है कि मुख्य आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन की जानकारी देने वालों को ढाई लाख का ईनाम दिया जाएगा। सूरत के रहने वाले इन दोनों आरोपियों के बारे में पुलिस ने लखनऊ के लालबाग स्थित होटल खालसा इन जानकारियां जुटाईं थी। ये दोनों वही आरोपी हैं, जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। इन दोनों आरोपियों ने लखनऊ के होटल में अपने आईडी के तौर पर आधार कार्ड दिया था। इस आधार कार्ड के मुताबिक  दोनों आरोपी सूरत के रहने वाले हैं। एक का नाम  शेख अशफाक हुसैन और दूसरे का नाम पठान मोइनुद्दीन अहमद है।

कमलेश तिवारी की कैसे की गई हत्या

18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की  गला रेतकर और गोली मारकर न‍िर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खुर्शीद बाग स्थित ऑफिस में दो लोग कमलेश तिवारी से मिलने आए थे। इन दोनों के हाथ में मिठाई का डिब्बा था। जिसमें हथियार थे। दोनों ने कमलेश तिवारी से मुलाकात की।

बातचीत के दौरान दोनों बदमाशों ने कमलेश के साथ चाय भी पी। इसके बाद उनका गला रेता गया और फिर गोली मारकर बदमाश फरार हो गए। जिसके बाद आनन-फानन में कमलेश तिवारी को अस्पताल ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 

Web Title: Kamlesh tiwari murder case update accused take medicine before murder hindu leaders lucknow

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