गढ़वा में सेप्टिक टैंक की जहरीली गैस से तीन मजदूरों की मौत, एक गंभीर रूप से बीमार
By भाषा | Published: July 21, 2020 09:33 PM2020-07-21T21:33:52+5:302020-07-21T21:33:52+5:30
गढ़वा के पुलिस अधीक्षक श्रीकांत एस ठोकरे ने बताया कि गढ़वा शहर के पिपरा कला में निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक में शटरिंग खोलने उतरे दो मजदूरों का विषैली गैस से दम घुटने लगा। घटनास्थल के पास काम कर रहे दो अन्य मजदूर भी उन्हें बचाने के लिए सेप्टिक टैंक में उतर गए जिससे बाहर निकाले जाने तक एक मजदूर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि तीन मजदूर गंभीर रूप से बीमार हो गये।
गढ़वाः गढ़वा शहर के पिपरा कला में मंगलवार को एक निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक में शटरिंग खोलने के दौरान विषैली गैस से दम घुटकर तीन मजदूरों की मौत हो गयी जबकि एक गंभीर रूप से बीमार हो गया।
गढ़वा के पुलिस अधीक्षक श्रीकांत एस ठोकरे ने बताया कि गढ़वा शहर के पिपरा कला में निर्माणाधीन मकान के सेप्टिक टैंक में शटरिंग खोलने उतरे दो मजदूरों का विषैली गैस से दम घुटने लगा। इस दौरान घटनास्थल के पास काम कर रहे दो अन्य मजदूर भी उन्हें बचाने के लिए सेप्टिक टैंक में उतर गए जिससे बाहर निकाले जाने तक एक मजदूर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि तीन मजदूर गंभीर रूप से बीमार हो गये।
उन्होंने बताया कि तीनों मजदूरों को गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल गढ़वा में भर्ती कराया गया जहां पर दो मजदूरों की भी कुछ देर बाद ही इलाज के क्रम में मौत हो गई। एक मजदूर का इलाज चल रहा है और उसकी हालत खतरे से बाहर है।
उन्होंने बताया कि मृतक मजदूरों में गढ़वा सदर थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव का इमामुद्दीन अंसारी तथा उसका पुत्र गुलाब रब्बानी अंसारी एवं अमरेन्द्र शर्मा शामिल है। जबकि, इसी गांव के चौथे मजदूर कामेश्वर प्रजापति का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
घटना से आक्रोशित लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर सदर अस्पताल के सामने तीनों मजदूरों के शव के साथ एनएच-75 को लगभग एक घंटे तक जाम कर दिया। बाद में, अधिकारियों ने मुआवजा के रूप में मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री आवास, विधवा पेंशन तथा सामाजिक सुरक्षा मद से 20-20 हजार रुपये देने का एलान कर लोगों को शांत कराया।
बरसाती नाले में बही कार, एक की मौत
उत्तराखंड के पौड़ी जिले के कोटद्वार में मंगलवार को भारी बारिश के दौरान एक बरसाती नाले में अचानक पानी आने से उसमें एक कार बह गयी जिससे उसमें सवार एक व्यक्ति की मौत हो गयी तथा दो अन्य लापता हो गए । पुलिस के अनुसार, हादसा मेरठ— पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग 534 पर कोटद्वार से लगभग पांच किलोमीटर दूर हुआ जहां अपराह्न दो बजे भारी बारिश के दौरान एक बरसाती नाले में अचानक पानी और मलबा आ गया और वहां से गुजर रही एक कार उसमें बह गई।
कार में सवार एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल अवस्था में बाहर निकाला गया जिसे अस्पताल ले जाए जाने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक कार चालक था और चंपावत जिले का रहने वाला था । भारी बरसात के कारण आए पानी एवं मलबे से राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर यातायात बाधित हो गया है।
कोटद्वार के उपजिलाधिकारी योगेश सिंह मेहरा ने बताया कि घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस प्रशासन एवं राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की मदद से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है । लापता दो व्यक्तियों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। कयास लगाए जा रहे हैं कि वे स्थानीय व्यक्ति रहे होंगे जिन्होंने कोटद्वार आने के लिए संभवत: इस कार से लिफ्ट ली होगी ।
नेपाल में हुए भूस्खलन में आठ लोगों की मौत
नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद हुए भूस्खलन में दो बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार को काठमांडू के उत्तर में करीब 12 किलोमीटर दूर टोखा नगरपालिका में हुए भूस्खलन में दबकर पांच साल से कम आयु के दो बच्चों की मौत हो गई।
बीते 24 घंटे के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से इस तरह की कई घटनाओं की जानकारी मिली है। राष्ट्रीय आपात अभियान केंद्र के प्रमुख मुरारी बस्ती ने कहा कि ढाडिंग और दारचुला जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है जबकि नवलपारसी जिले में दो लोगों की जान चली गई।
उन्होंने कहा कि काठमांडू में भी भूस्खलन से दो लोगों की मौत हुई है। नेपाल के कई हिस्सों में बीते पांच दिन के दौरान भारी मॉनसूनी बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में कम से कम 23 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता हैं।
राजस्थान में बस और एसयूवी की टक्कर में चार की मौत
जोधपुर-बाड़मेर राजमार्ग पर मंगलवार को एक एसयूवी और बस की टक्कर में एसयूवी पर सवार दो महिलाओँ समेत चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि जोधपुर से बालोतरा जा रही बस के कुछ यात्री इस हादसे में घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि टक्कर के कारण, एसयूवी बस के नीचे फंस गई। राहगीर यात्रियों को बचाने के लिए दौड़े लेकिन वे ज्यादा कुछ नहीं कर सके। एसयूवी को बस के नीचे से निकालने और शव बाहर निकालने के लिए दो क्रेन लगाए गए।
अतिरिक्त डीसीपी (पश्चिम) उमेश ओझा ने बताया कि बाड़मेर के अजीत नगर का एक कंपाउंडर शंकर पटेल अपनी कार में एक मरीज और उसके परिवार के दो सदस्यों को इलाज के लिए जोधपुर ले जा रहा था। अधिकारी ने कहा, ‘‘जोधपुर-बाड़मेर राजमार्ग पर लुनावास और भांडू गांवों के बीच वे एक वाहन को ओवरटेक करने का प्रयास कर रह थे।
उन्होंने विपरीत दिशा से आ रही बस को नहीं देखा। दूसरे वाहन को ओवरटेक करने के दौरान तेज गति से आ रही बस और एसयूवी में टक्कर हो गई।’’ पटेल और कार के तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। ओझा ने कहा कि टक्कर से एसयूवी के सामने का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने कहा कि बस के कुछ यात्रियों और चालक को मामूली चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।