झारखंड: लॉकडाउन के बीच अलग-अलग स्थानों पर पांच युवतियां हुईं गैंगरेप की शिकार, एक की हुई हत्या, FIR दर्ज
By एस पी सिन्हा | Published: April 11, 2020 03:07 PM2020-04-11T15:07:25+5:302020-04-11T15:07:25+5:30
झारखंड के देवघर में ठढ़ियारा गांव में लॉकडाउन के बीच घर से बाहर निकली छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई.
रांची: कोरोना वायरस से बचने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच झारखंड में शर्मसार कर देने वाली दो खबरें सामने आई हैं. यहां अलग अलग जगहों पर घर से बाहर निकली लड़कियों से सामूहिक दुष्कर्म जैसी वारदात को अंजाम दिया गया. पहली घटना खूंटी जिले के कर्रा इलाके में हुई, जबकि दूसरी घटना गुमला टाउन थाना इलाके में. दोनों जगहों पर दो-दो लड़कियों को हवस का शिकार बनाया गया है. वहीं देवघर में ठढियारा गांव में लॉकडाउन के बीच घर से बाहर निकली एक छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई.
झारखंड के गुमला इलाके में दो युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म जैसे घटना का अंजाम दिया गया, बताया जा रहा है कि लड़कियां शादी में जाने के लिए अपने दोस्त को शाम 7 बजे बुलाया. जिसके बाद युवतियों को वहा पहुंचने पर लोग एक लडकी के दोस्त कही औऱ चले गए, जिसके बाद वहा लौटने के बाद 12 लोगों ने दोनों युवतियों के साथ बगीचे में ले जाकर बारी-बारी से दुष्कर्म किया.
इस बात को लेकर दोनों लड़कियां ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है. जिसके बाद पुलिस मामले की छान-बीन में जुट गई है. प्राथमिकी के अनुसार सामूहिक दुष्कर्म की घटना तीन अप्रैल की शाम की है. दोनों युवतियों ने पुलिस को बताया कि वे डरी हुई थीं, इसलिए वे थाने नहीं आई थीं. गुमला की घटना में 12 युवकों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज है. वहीं कर्रा की घटना में नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. पुलिस ने सभी नौ को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार लोगों छह नाबालिग हैं. खूंटी एसपी ने बताया कि पीडिताओं को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्रा की घटना को दो अप्रैल को तब अंजाम दिया गया जब दोनों लड़कियां अपनी सहेलियों के साथ सरनाबाडी के पास बैठकर बातचीत कर रही थीं. इसी बीच गांव के नौ युवक वहां पहुंचे. वे नाबालिगों को पकडने लगे, परंतु तीन नाबालिग भाग निकलीं. दो नाबालिगों को हैवानों ने पकड लिया और जंगल की ओर ले गए, जहां घटना को अंजाम दिया. उधर, गुमला में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को तब अंजाम दिया गया, जब लड़कियां गांव के ही स्कूल के पास से दो दोस्तों से मिलकर लौट रहीं थीं.
दोनों लड़कियों के बयान पर नगर थाना में छोटा खटंगा और बडा खटंगा गांव के दो अज्ञात समेत 10 युवकों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया है. यह घटना 3 अप्रैल को हुई थी. लेकिन डर से लडकियों ने कुछ नहीं बताया. जिसके बाद अब जाकर केस दर्ज हुआ है. दोनों पीड़िता सहेली है. एक पीड़िता ने बताया कि वह शादी में शामिल होने के बाद जब वह अपनी सहेली के साथ घर की ओर लौटने लगी तो रास्ते में युवक संदीप उरांव और राजेश उरांव वहां पहुंचे और हम दोनों लडकियों का हांथ पकड़ लिया और मारपीट शुरू कर दी. गांव के कई और युवकों को बुलाया और इस दौरान 12 युवक जमा हो गए. सभी जबरन बगीचा में ले गए और दोनों के साथ सभी ने मिलकर बारी-बारी से दुष्कर्म किया.
लडकियों ने अपने बयान में कहा है कि सभी ने धमकी दी की अगर किसी को यह बात बताई को जान से मार देंगे. एक लडकी से दिलेश्वर उरांव, सुकरा उरांव, संदीप उरांव, रत्न उरांव, अनिल उरांव और दो अज्ञात ने दुष्कर्म किया. जबकि, दूसरी के साथ संदीप उरांव, महादेव उरांव, अनिल उरांव, सुकरा उरांव, रतन उरांव, खोईराम उरांव, अनिल उरांव ने दुष्कर्म किया. घटना को अंजाम देने के बाद दोनों युवतियों को रात के साढे ग्यारह बजे छोडते हुए धमकी दी कि गांव में घुसने नहीं देंगे. दोनों पीड़िता ने गांव में बन रहे घर में रात गुजारी. नौ अप्रैल को उसके रिश्तेदार दिलेश्वर के घर जाकर उसकी पत्नी को घटना की जानकारी दी. राजेश, रतन और संदीप ने धमकी दी कि गांव में रहना है तो रहो, नहीं तो गांव के बाहर चली जाओ.
वहीं, झारखंड के देवघर में ठढ़ियारा गांव में लॉकडाउन के बीच घर से बाहर निकली छात्रा की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई. छात्रा के शरीर पर पांच जगह धारदार हथियार से वार किए गए. उसके मुंह, आंख, जांघ व नाजुक अंग पर वार के निशान मिले हैं. पुलिस ने पिता की शिकायत पर तीन नामजदों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. मृतका के पिता की ओर से पुलिस को दिए गए बयान के अनुसार छात्रा आठ अप्रैल को दोपहर तीन बजे साइकिल से पास के गांव में पुराने कपडे सिलाने गई थी. इसके बाद लौटकर घर नहीं आई. खोजबीन करने पर भी कुछ भी पता नहीं चला. पिता ने मोहनपुर थाने में गुरुवार को गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. इसी बीच ग्रामीणों से मिली जानकारी के आधार पर गांव निवासी एक व्यक्ति को शिवनगर निवासी एक व्यक्ति के घर भेजा गया, परंतु वह घर पर नहीं मिला. शुक्रवार सुबह से खोजबीन की जाती रही, इसी दौरान शाम में भगवानपुर-घोरमारा रोड पर सरैया जंगल में क्षत-विक्षत अवस्था में छात्रा की लाश मिली. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची.
मृतका के पिता ने पुलिस को बताया कि जब वह और उनकी पत्नी घर पर नहीं होते थे, उस वक्त शिवनगर निवासी विष्णु यादव पहुंचता था. उसे गांव निवासी जागेश्वर यादव और रीतलाल यादव बुलाते थे. उन्होंने इन्हीं तीनों पर पुत्री के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस ने तीनों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है.