झारखंडः आतंकी संगठन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और नक्सलियों में गहरे संबंध, जांच के दौरान एनआईए ने किया बड़ा खुलासा
By एस पी सिन्हा | Published: April 27, 2023 06:44 PM2023-04-27T18:44:03+5:302023-04-27T21:47:06+5:30
छत्तीसगढ़ में साल 2010 में हुए बड़े नक्सली हमले के बाद आतंकी संगठन पीएलए प्रमुख ने माओवादी संगठन के महासचिव को बधाई दी थी।

आतंकी संगठन नक्सलियों की मदद से देश विरोधी साजिश रची थी।
रांचीः एनआईए के द्वारा झारखंड में की गई जांच में आतंकी संगठन से नक्सलियों के कनेक्शन की खुलासा हुआ है। इस खुलासे के बाद झारखंड सरकार और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। एनआईए के खुलासे के मुताबिक, झारखंड में नक्सलियों को ट्रेंड करने के लिए आतंकी संगठन से संपर्क साधा गया था।
आतंकी संगठन पीएलए यानी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और भाकपा- माओवादी के बीच इसको लेकर एक बैठक भी हुई थी। जांच में यह भी पता चला है कि छत्तीसगढ़ में साल 2010 में हुए बड़े नक्सली हमले के बाद आतंकी संगठन पीएलए के प्रमुख ने माओवादी संगठन के महासचिव को बधाई दी थी।
छत्तीसगढ़ में हुए इस नक्सली हमले में 76 जवानों की जान चली गई थी। इस हमले के दौरान आतंकी संगठन पीएलए ने नक्सली संगठन की मदद की थी और दोनों संगठनों के बीच ईमेल और अन्य संचार माध्यमों के जरिए बातचीत हो रही थी। आतंकी संगठन नक्सलियों की मदद से देश विरोधी साजिश रची थी।
इसको लेकर पीएलए ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कार्यालय भी बनाया था, जहां नक्सलियों और आतंकियों की कई बैठके भी हुई थीं। उल्लेखनीय है कि एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने असम के एक 12 साल पुराने आतंकी संगठन पीएलए और माओवादियों के कनेक्शन के मामले में दो नक्सलियों को 5 से 8 साल की सजा सुनाई है।
अलग देश बनाने की मांग को लेकर आतंकी संगठन पीएलए मणिपुर में सक्रिय है। अपने स्थापना काल के बाद से ही पीएलए सेना के साथ साथ पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के जवानों को अपना निशाना बनाता रहा है। अब नक्सलियों के आतंकी संगठन से खुलासे के बाद हड़कंप मच गया है।