Jharkhand Crime News: एमजीएम हॉस्पिटल में चाकू दिखाकर 50 साल महिला के साथ रेप, बीजेपी का हेमंत सरकार पर निशाना
By एस पी सिन्हा | Published: March 13, 2020 05:46 PM2020-03-13T17:46:26+5:302020-03-13T17:46:26+5:30
मामला तब उजागर हुआ जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के संज्ञान में आया. मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने मामले की जांच की तो घटना सही पाई गई.
रांची: झारखंड के लौह नगरी के नाम से चर्चित जमशेदपुर में स्थित सबसे बड़े एमजीएम अस्पताल से शर्मनाक घटना सामने आई है. यहां अस्पताल के चार तल्ला पर स्थित वार्ड में इलाज के लिए भर्ती 50 साल की महिला के साथ विगत छह मार्च को दुष्कर्म किया गया. वारदात को छिपाने की काफी कोशिश हुई. अस्पताल प्रबंधन पर इस जघन्य मामले में लीपापोती के आरोप लगते रहे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला तब उजागर हुआ जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के संज्ञान में आया. मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने मामले की जांच की तो घटना सही पाई गई. इसके बाद पुलिस की ओर से प्राथमिकी दर्ज की गई. ताजुब्ब तो यह है कि जब इस बात की जानकारी अस्पताल प्रबंधन को मिली तो पुलिस को सूचित करने के बदले प्रबंधन ने महिला को ही अस्पताल से हटा दिया.
जानें पूरा मामला
बताया जाता है कि छह मार्च की रात को इस महिला मरीज के साथ एमजीएम अस्पताल में दुष्कर्म हुआ था. महिला ने अपने आसपास बेड पर मौजूद महिला मरीजों को आपबीती सुनाई थी. महिला मरीजों ने पुलिस को बताया कि उस रात पीडित महिला काफी बेचैन थी. किसी तरह रात कटी. सुबह उसने अपने साथ हुई वारदात की जानकारी अन्य लोगों को दी तो बात फैल गई.
इसके बाद एमजीएम अस्पताल प्रशासन ने सीसीटीवी वगैरह खंगालने का काम शुरू किया. सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में महिला रोती हुई दिखाई दी थी. बाद में एमजीएम अस्पताल प्रशासन ने वार्ड में भर्ती सभी महिला मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया. उसके इस कदम से एमजीएम अस्पताल प्रबंधन शक के दायरे में आ गया. सवाल उठने लगे कि आखिर एमजीएम अस्पताल प्रबंधन ने सभी महिला मरीजों को क्यों छुट्टी दे दी है? इस तरह, अस्पताल प्रबंधन ने मामले की लीपापोती में कोई कसर नहीं छोडी थी. मामले में अधिकारियों को अंधेरे में रखा गया.
लेकिन, बाद में इस घटना के बारे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर बताया गया. इसके बाद उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए. पुलिस ने जांच शुरू की और वो पीड़ित महिला तक पहुंच गए. इसके बाद पीड़ित महिला ने पुलिस को अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया. तब जाकर प्राथमिकी दर्ज हुई. पीडिता परसुडीह थानाक्षेत्र से रहती है. पुलिस इस मामले में एक युवक को हिरासत में लिया है.
सीएम हेमंत सोरेन ने मामले पर लिया संज्ञान
साकची थानाप्रभारी ने कहा कि एमजीएम अस्पताल में रेप की बात सामने आई है. पीडिता के बयान पर केस दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है. एक युवक को हिरासत में लिया गया है. जरूरत पडी तो अस्पताल प्रबंधन से भी पूछताछ की जाएगी. उन्होंने बताया कि पीडिता ने अपने बयान में बताया है कि अस्पताल के चौथे तल्ले पर मेडिकल वार्ड में उसके अलावा दो अन्य महिला मरीज भर्ती थीं. वार्ड में ही चाकू के बल पर एक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया. शोर मचाने पर आरोपी ने उसके मुंह में कपडा ठूंस दिया और चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी दी. बगल में मौजूद दो अन्य महिला मरीज ने भी डर से कुछ नहीं किया. वारदात होते देखते रहीं.
पीडिता ने बताया है कि वह जनवरी से ही अस्पताल में भर्ती थी. घटना के दिन महिलाएं रात में वार्ड का दरवाजा भीतर से बंद करना भूल गई थीं. इसका फायदा उठाकर रात करीब दो बजे हल्की दाढ़ी वाले और नाटे कद का युवक वार्ड में घुस गया और दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया.
वहीं, एमजीएम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दुष्कर्म का मामला उजागर होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया है. पार्टी अब हेमंत सरकार को घेरने में जुट गई है. चूंकि घटना स्वास्थ्य मंत्री के जिले में हुई है, तो इसपर सियासत भी शुरू हो गई है.
बीजेपी नेता ने सदन में उठाया रेप का मामला
भाजपा विधायक अनंत ओझा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले को सदन में उठाकर सरकार से जवाब मांगा जाएगा. भाजपा नेता व पूर्व महानगर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह आज टीम के साथ एमजीएम अस्पताल पहुंचे. उन्होंने कहा कि जब स्वास्थ्य मंत्री के शहर का यह हाल है तो राज्य के बाकी अस्पतालों का क्या हाल होगा? उन्होंने एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी को दुष्कर्म का मामला छिपाने के लिए तत्काल निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की मांग उठाई. दुष्कर्म मामले में दोषी अस्पताल प्रशासन, चिकित्सक व अन्य कर्मचारियों पर कडी कार्यवाही की मांग की गई है. उनका कहना है कि यदि हेमंत सरकार ने इस मामले में लीपापोती की कोशिश की सडक पर आंदोलन किया जाएगा.