आईआईटी मद्रास में छात्रा ने कैंटीन कर्मचारी पर लगाया यौन शोषण का आरोप, पुलिस ने किया गिरफ्तार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 2, 2022 09:59 PM2022-08-02T21:59:50+5:302022-08-02T22:03:50+5:30
आईआईटी मद्रास की छात्रा ने आरोप लगाया कि 24 जुलाई की रात में कैंपस की कैंटीन में काम करने वाले कर्मचारी चंदन कुमार ने कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न किया।
चेन्नई: आईआईटी मद्रास की एक छात्रा ने कैंपस में चलने वाली कैंटीन के कर्मचारी पर अपने यौन शोषण का आरोप लगाया है। पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद कैंटीन में काम करने वाले 24 साल के कर्मचारी चंदन कुमार को हिरासत में ले लिया गया है। छात्रा ने अपनी शिकायत में कहा कि चंदन कुमार ने कथित तौर पर 24 जुलाई रात में उनका उस समय यौन उत्पीड़न किया, जब वो अपने छात्रावास की ओर से जा रही थी।
छात्रा ने इस संबंध में अपने दोस्त को सारी बता बताई, जिसके बाद उन्होंने इस मामले में आईआईटी मद्रास के प्रबंधन और पुलिस के जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए कैंटीन कर्मचारी चंदन कुमार की पहचान करके उसे गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने इस मामले में छात्रा की लिखित शिकायत के आधार पर आरोपी चंदन कुमार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से आपराधिक बल का हमला) और तमिलनाडु महिला उत्पीड़न निषेध अधिनियम की धारा 4 (महिला के उत्पीड़न के लिए जुर्माना) के तहत मामला दर्ज किया है।
छात्रा ने पुलिस को जो लिखित शिकायत दी है, उसमें बताया गया है कि बीते 24 जुलाई की रात वो साइकिल से अपने हॉस्टल लौट रही थी, तभी रास्ते में आरोपी चंदन कुमार ने उस पर हमला कर दिया। छात्रा ने बताया कि उसके लिए यह हमला अप्रत्याशित था, इस कारण वो बहुत डर गई और उसी का फायदा उठाकर आरोपी चंदन कुमार ने कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न किया।
वहीं छात्रों का आरोप है कि बीते कुछ समय से आईआईटी मद्रास में छात्रओं के साथ यौन उत्पीड़न घटनाओं तेजी से बढ़ी हैं। जिसके कारण आईआईटी प्रबंधन को कई बार कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। पीड़िता के दोस्तों का कहना है कि चूंकि आरोपी कैंपस का ही कर्मचारी है। इसलिए छात्रों का कहना है कि प्रबंधन कर्मचारियों को बिना सुपरवाइजर के स्टूडेंट जोन में आने की परमिशन न दें।
वहीं पीड़िता के साथ हुए यौन हिंसा के बाद आईआईटी मद्रास के डीन ने छात्रो को जो सर्कुलर जारी किया है, उससे छात्र और गुस्से में हैं। डीन ने छात्रों को भेजे मेल में कहा है कि परिसर के भीतर छात्रों की गैर-जरूरी आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं लैब में भी छात्रों को सुपरिटेंडेंट की आज्ञा से प्रैक्टिकल करने की आजादी दी जाएगी। इसके लिए छात्रों को लैब सुपरिटेंडेंट को पहले से सूचित करना होगा।
वहीं साथ में डीन के मेल में यह भी कहा गया है कि छात्र यात्रा करने के लिए कैंपस में चलने वाली बस सेवा का लाभ उठाएं। जिससे यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना या दुर्घटना से बचा जा सके। मेल के अंत में छात्रों से कहा गया है कि आईआईटी चेन्नई का कैंपस एरिया लगभग 600 एकड़ में फैला हुआ है और कैंपस में फैले बड़े वन क्षेत्र के कारण सुरक्षा को बनाये रखना एक चुनौतीपूर्ण काम है।