सोशल मीडिया 'क्वीन' IAS बी चंद्रकला क्या सच में एक भ्रष्ट अधिकारी हैं? ये रहे सबूत

By पल्लवी कुमारी | Published: February 5, 2019 04:39 PM2019-02-05T16:39:15+5:302019-02-05T16:39:15+5:30

IAS बी चंद्रकला के घर 5 जनवरी 2019 को सीबीआई ने अवैध खनन मामले में छापेमारी की। ये करोड़ों का घोटाला तब हुआ जब वो हमीरपुर ज़िले की कलेक्टर थीं।

IAS B. Chandrakala Sand Mining CBI Corruption case, who is B. Chandrakala | सोशल मीडिया 'क्वीन' IAS बी चंद्रकला क्या सच में एक भ्रष्ट अधिकारी हैं? ये रहे सबूत

सोशल मीडिया 'क्वीन' IAS बी चंद्रकला क्या सच में एक भ्रष्ट अधिकारी हैं? ये रहे सबूत

उत्तर प्रदेश जिला हमीरपुर में ' DM दीदी' तो मथुरा में 'लेडी सिघंम' 2008 यूपी बैच की आईएस बी चंद्रकला, जिस-जिस जिले में DM रहीं अपने काम के बेबाक तरीकों के लिए जानी गईं। ईमानदार अफसर की छवि रखने वाली बी चंद्रकला के घर इन दिनों सीबीआई की ताबड़तोड़ छापामारी हो रही है। नेता से लेकर मंत्री तक को सवालों के घेरे में रखने वाली चंद्रकला खुद इन दिनों सवालों के घेरे में आ गईं है।

 5 जनवरी 2019 को सीबीआई ने बी चंद्रकला के घर मारा छापा 

बी चंद्रकला के घर 5 जनवरी 2019 को सीबीआई ने अवैध खनन मामले में छापेमारी की। ये करोड़ों का घोटाला तब हुआ जब वो हमीरपुर ज़िले की कलेक्टर थीं। सीबीआई ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति और बी चंद्रकला सहित 11 लोगों के खिलाफ के मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज किया। कहानी बहुत लंबी है लेकिन मोटे तौर पर इतना समझ लीजिए कि बी चंद्रकला के हमीरपुर में डीएम रहते गैर कानूनी तरीके से खनन के 36 पट्टें जारी किए गए थे। 

लेकिन इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या बी चंद्रकला सच में एक भ्रष्ट अधिकारी हैं? एक ऐसी IAS महिला जो सोशल मीडिया क्वीन हैं, 86 लाख फ्लोअर्स, जो एक तस्वीर पोस्ट कर दें तो पीएम मोदी की फोटो से ज्यादा लाइक मिल जाए। इनके काम करने के तरीकों की तो जनता दिवानी हो गई। इनके काम करने के तरीके के कई वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर आपको देखने को मिल जाएंगे। 

सरकार चंद्रकला को फंसाने की कोशिश कर रही है

जनता के बीच जाकर ऑन द स्पॉट फैसला सुनाना, इनकी खासियत है। जब हमने इस सिलसिले में बुलंदशहर के कुछ लोगों से बात की। उनसे पूछा कि जब चंद्रकला यहां DM थीं तो उनका रवैया कैसा था? लोगों ने जवाबा दिया कि वह एख ईमारदार महिला अफसर थी। सरकार उनको फंसाने की साजिश कर रही है। लोगों ने बताया कि जब चंद्रकला वहां DM थीं तो वहां भ्रष्टचारी नाम मात्र की थी। जहा-जहां चंद्रकला DM रहीं हैं, वहां के लोगों ने यही कहा है कि ये उनके खिलाफ एक साजिश है। हो भी सकता है लेकिन ये तो जांच का विषय है। 

कैसे बढ़े अचानक से बी चंद्रकला के फॉलोअर्स

लेकिन कभी आपने सोचा है कि चंद्रकला के फेसबुक और ट्विटर फॉलोअर्स 2017 में एकाएक अखिलेश यादव और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी ज्यादा कैसे हो गएं? असल में टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक चंद्रकला जब डीएम थीं, तब उन्होंने अपने लिए एक एजेंसी हायर की थी। ये एजेंसी सोशल मीडिया पर उनके लिए ब्रैंड बिल्डिंग का काम करती थी। चंद्रकला के विडियोज़ का इस्तेमाल करके उनकी ऐसी छवि गढ़ी गई। चंद्रकला के कस्टम मेड विडियो मीडिया और सोशल मीडिया को बल्ल में भेजे जाते थे।

ईंटों की क्वालिटी चेक करने से लेकर सड़क किनारे की टाइल्स तक में चंद्रकला ने अपने तहत काम करने वाले अधिकारियों को नापा। ''ऐसी टाइल्स लगवा रहे हो? तुम्हारी सैलरी से लूंगी पूरा पैसा... शर्म करो शर्म...जनता का पैसा है ये' जैसी बात अगर कोई बड़ी अधिकारी वीडियो पर कहते हुए दिख जाए, फिर उसके पॉपुलर होने में वक्त ही नहीं लगती।  2016 में भी जब एक लड़का उनके साथ सेल्फी लेने की कोशिश कर रहा था तो चंद्रकला ने उसको गिरफ्तार करवा दिया था। लेकिन ये पहली बार नहीं है जब चंद्रकला का नाम भ्रष्टाचार में लगा है। 

ये रहें कुछ उदारहण जब चंद्रकला का नाम उछला...

1- यूपी विधानसभा चुनावों के दौरान बी चंद्रकला मेरठ जिले में डीएम थी, जब बीजेपी ने इनकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी। आरोप था कि चंद्रकला सत्ताधारी पार्टी यानी सपा के एजेंट के रूप में काम कर रही हैं। चंद्रकला के ट्रांसफर की मांग भी की गई थी। मेरठ के तत्कालीन विधायक लक्ष्मीकांत वाजपेयी कहते हैं, "पिछली सरकारें अफ़सरों के तालमेल से जिस तरह से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही थीं, ये उसका जीता-जागता उदाहरण है। ऐसे अफसर न सिर्फ उन सरकारों के ग़लत कार्यों को आगे बढ़ाने में सहयोग कर रहे थे बल्कि पार्टी के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे थे। हमलोगों ने तब भी उनकी शिकायत की थी, लेकिन तब हमारी सुनवाई नहीं हुई।"

2- बी चंद्रकला सरकारी दस्तावेजों में अपनी संपत्ति को लेकर भी चर्चा में रही हैं। नौकरी की शुरुआत में उन्होंने अपनी संपत्ति शून्य दिखाई थी लेकिन एक साल बाद ही संपत्ति में दस लाख रुपये की बढ़ोत्तरी का रिटर्न भरा था। सीबीआई के मुताबिक छापेमारी से नौ दिन पहले चंद्रकला ने तेलंगाना के मलकाजगिरी जिले के ईस्ट कल्याणपुरी में 22.50 लाख रुपये का आवासीय प्लॉट कैसे खरीदा था। इस प्लॉट की रजिस्ट्री 27 दिसंबर 2018 को ही हुई थी। खास बात ये है कि उन्होंने ये प्लॉट बिना किसी बैंक लोन के खरीदा गया था। 

बीबीसी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार परवेज अहमद कहते हैं, "हमीरपुर में तैनाती के बाद से ही खनन को लेकर चंद्रकला संदिग्ध भूमिका की चर्चा होने लगी थी। तमाम आलोचनाओं के बावजूद उनकी लगातार होती तरक़्क़ी से ये चर्चा आम हो गई कि वो सपा सरकार के बेहद क़रीब हैं। कहा जाता है कि चंद्रकला ने खनन के सारे पट्ट तत्कालिन मंत्री गायत्री प्रजापति और सपा सरकार के इशारे पर किए हैं। 

आईएस बी चंद्रकला का परिचय

चंद्रकला ने शादी के बाद अपने पहली ही बार में आईएस की परीक्षा पास कर ली थी। इकोनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएट हैं। इनकी शादी बहुत कम उम्र में हो गई थी। बी। चंद्रकला मूल निवासी तेलंगाना की हैं। चंद्रकला 2008 यूपी कैडर की आईएस हैं। इनकी पहली पहली पोस्टिंग 2009 में  इलाहाबाद (प्रयागराज) के फूलपुर एसडीएम के तौर पर हुई थी। 2012 में हमीरपुर की डीएम बनीं। 2017 तक ये कुल पांच जिलों में डीएम रह चुकी हैं। जिसमें बुलंदशहर और मथुरा को लेकर वो चर्चा में रही थीं। चंद्रकला स्वच्छ भारत अभियान से भी जुड़ी हुई थी। 

Web Title: IAS B. Chandrakala Sand Mining CBI Corruption case, who is B. Chandrakala

क्राइम अलर्ट से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे