गुरुग्राम: एचडीएफसी के ATM से पैसे निकालने वाले 50 लोगों को लगा लाखों का चूना, सभी के कार्ड का बना लिया क्लोन
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: July 12, 2018 07:56 PM2018-07-12T19:56:36+5:302018-07-12T19:56:36+5:30
देशभर में दिन-ब-दिन साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है। गुरुग्राम में लगभग 50 लोगों के ATM से लगभग लाखों रुपये गायब होने का मामला सामने आया है।
गुरुग्राम, 12 जुलाई: देशभर में दिन-ब-दिन साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है। गुरुग्राम में लगभग 50 लोगों के ATM से लगभग लाखों रुपये गायब होने का मामला सामने आया है। बता दें कि सेक्टर 45 स्थित यूनिटेक साइबर पार्क में एचडीएफसी बैंक एटीएम से कम से कम 50 लोगों ने स्पाइप के जरिए पैसे खो दिया है। इस मामले को लेकर एचडीएफसी बैंक ने बुधवार को गुरुग्राम पुलिस के साइबर सेल में एफआईआर दर्ज कराया था।
जांच के बाद पता चला कि मार्च और अप्रैल के बीच में मशीन से छेड़छाड़ कर करीब 100 लोगों के एकाउंट हैक कर लिया था। 1 मई से लोगों के जब SMS से पता चला कि उनके खाते पैसे गायब हो रहे हैं तो लोगों ने इसकी रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई। । शिकायतकर्ताओं का कहना था कि एटीएम उनके पास थे बावजूद इसके एटीएम से पैसे निकल रहे थे। इसके बाद जांच शुरू हुआ।
जांच में पाया कि मार्च के अलग-अलग तारीख को एटीएम से किसी ने छेड़छाड़ कर ग्राहकों का डेटा चुरा लिया। इन दिनों में एटीएम से ट्रांजैक्शन करने वालों के खातों से बाद में रुपये निकाल लिए गए। बैंक ने शिकायत पुलिस को दी। अब बैंक की ओर से इन सभी तारीख की सीसीटीवी फुटेज जुटाई जा रही है। फुटेज की जांच के बाद ही मामले से पर्दा उठ सकेगा। हालांकि अभी तक कोई अपराधी नहीं पकड़ा गया है।
क्लोन कार्ड का इस्तेमाल
वहीं, साइबर के जानकारों का मानना है कि हैकर मशीन के जरिए क्लोन कार्ड बनाते हैं। किसी भी एटीएम कार्ड को इस मशीन में डाल दिया जाता है। मशीन से जुड़े सिस्टम में डिलीट व रीड की कमांड होती है। डिलीट की कमांड देते ही कार्ड में मौजूदा डेटा डिलीट कर दिया जाता है। फिर एटीएम मशीन में स्कीमर चिप से चुराए गए एक कार्ड के डेटा को इस खाली एटीएम कार्ड में रीड कर दिया जाता है। इस क्लोन एटीएम में असल एटीएम कार्ड का डेटा आ जाता है। एटीएम में लगे कैमरे में दर्ज हुआ पिनकोड पहले से ठगों के पास होता है। इसके बाद क्लोन कार्ड से रुपये निकाल लिया जाता है।