Garden Reach building collapse: '3 फुट गली और 5 मंजिला इमारत', तेजी से बढ़ते अवैध निर्माण को लेकर निवासी खफा, 9 लोगों की मौत और 17 घायल, राहत तेज
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 19, 2024 12:56 PM2024-03-19T12:56:54+5:302024-03-19T12:58:00+5:30
Garden Reach building collapse Midnight disaster: कोलकाता के गार्डन रीच इलाके में अवैध रूप से निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत के ढह जाने से नौ लोगों की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए।
Garden Reach building collapse Midnight disaster:पश्चिम बंगाल में कोलकाता के गार्डन रीच इलाके में बड़ा हदासा हो गया। विपक्ष ने ममता सरकार पर हमला बोल दिया है। इलाके में रहने वाले निवासी भी खफा हैं। कई लोगों ने कहा कि 3 फुट गली में 5 ऊंची इमारत को कैसे ऑर्डर दिया गया। इस हादसे में 9 लोगों की मौत और 17 अन्य घायल हो गए हैं। एक बार फिर कोलकाता में अवैध निर्माण के बढ़ते खतरे को उजागर कर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस गार्डन रीच का दौरा किया। स्थानीय लोगों और निवासियों ने कहा कि इस तरह के निर्माण अब जीवन का एक तरीका बन गए हैं। विपक्ष ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के नेता बिल्डरों के साथ मिले हुए हैं।
#Watch | The building had been under-construction for the last six months. According to locals, initially, concrete chunks started falling off the under-construction building. Later, the entire structure collapsed.
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इमारत ढहने के लगभग 18 घंटे बाद भी माना जा रहा है कि कई लोग अब भी मलबे में फंसे हो सकते हैं ऐसे में मरने वालों की संख्या में वृद्धि की आशंका जताई जा रही है। मृतकों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि गार्डन रीच के घनी आबादी वाले अजहर मुल्ला लेन क्षेत्र में एक जलाशय को पटाकर कथित तौर पर बनाई जा रही पांच मंजिला इमारत नजदीक बनी झुग्गी झोपड़ियें पर गिर गई। उन्होंने यह भी दावा किया कि इलाके में कम से कम 800 ऐसी अनधिकृत इमारतें हैं।
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राज्य के शहरी क्षेत्रों के निर्माणों की केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) जैसे संस्थान द्वारा अदालत की निगरानी में ऑडिट कराने की मांग करते हुए अधिकारी ने कहा कि कोलकाता नगर निगम (केएमसी) एक महीने के भीतर अपने 141 वार्डों में अधिकृत और अनधिकृत संरचनाओं की सूची प्रकाशित करे।
उन्होंने ऐलान किया, ‘‘ मैं ऐसे निर्माणों का विवरण मांगने के लिए केएमसी सचिव के पास ‘आरटीआई’ भी दायर करूंगा और विवरण सार्वजनिक मंच पर लाऊंगा।’’ इमारत के प्रवर्तक मोहम्मद वसीम को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कहा कि आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता के तहत हत्या, हत्या के प्रयास और आपराधिक लापरवाही से संबंधित धाराएं लगाई गईं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह इमारत दिसंबर 2022 से निर्माणाधीन है। इसमें 500 वर्ग फुटक्षेत्र के 16 अपार्टमेंट है, जिनमें से सभी को खरीदारों को बेच दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ परियोजना में कई बिल्डर शामिल हैं। हम अन्य की तलाश कर रहे हैं।’’ इस संबंध में केएमसी द्वारा कार्यकारी अभियंता, सहायक अभियंता और उप-सहायक अभियंता रैंक के तीन अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ अधिकारियों को अगले 48 घंटों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है और अगर जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।’’
इसी बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शहर के घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय निवासियों को अवैध निर्माण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और घायलों को एक-एक लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ कोलकाता नगर निगम के गार्डन रीच इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत ढहने की खबर के बारे में जानकर दुख हुआ। हमारे महापौर, दमकल मंत्री, सचिव, पुलिस आयुक्त, नगर निकाय, पुलिस, दमकल और आपदा प्रबंधन अधिकारी तथा बचाव दल रात भर घटनास्थल पर मौजूद रहे।’’
सरकारी अस्पताल ‘एसएसकेएम’ में घायलों से मुलाकात करने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘यह एक अवैध निर्माण है। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करती हूं। मैं प्रशासन से अवैध निर्माण में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध करूंगी।’’ बृहस्पतिवार की शाम को अपने घर पर गिरने और सिर पर चोट लगने के बाद ममता पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखीं, उनके माथे पर टांके लगे हैं।
ममता ने जब घटनास्थल का दौरा किया तब उनके माथे पर पट्टी बंधी हुई थी। कोलकाता के महापौर फिरहाद हकीम ने स्वीकार किया कि निर्माण अवैध था, लेकिन उन्होंने राज्य के पिछली सरकार को इसका जिम्मेदार ठहराया। हकीम ने कहा, ‘‘ वामपंथी शासन के बाद से यहां और कुछ अन्य इलाकों में यह एक चलन बन गया था।’’