पूर्व गृह सचिव का खुलासा: कर्मचारी देखते थे पोर्न, गृह मंत्रालय के कम्प्यूटर हो गए थे करप्ट
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: April 12, 2018 09:46 AM2018-04-12T09:46:53+5:302018-04-12T09:46:53+5:30
पूर्व केंद्रीय गृह सचिव जी के पिल्लई ने खुलासा करते हुए कहा है कि जब वह पद पर थे तो गृह मंत्रालय के कुछ कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक वाले ऑफिस में इंटरनेट पर पोर्न देखा करते थे।
नई दिल्ली,12 अप्रैल: पूर्व केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लई ने हाल में एक बड़ा खुलासा किया है। उनके मुताबिक गृह मंत्रालय के कर्मचारी ऑफिस में अश्लील सामग्री देखते थे। पूर्व केंद्रीय गृह सचिव जी के पिल्लई ने खुलासा करते हुए कहा है कि जब वह पद पर थे तो गृह मंत्रालय के कुछ कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक वाले ऑफिस में इंटरनेट पर पोर्न देखा करते थे। कर्मचारियों की इन हरकतों के कारण से कम्प्यूटर्स पर मैलवेयर डाउनलोड हो जाता है और पूरे कम्प्यूटर नेटवर्क की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती थी।
उन्होंने ये बात तब कही है जब हाल ही में 10 सरकारी वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया था। जिनमें गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की साइटें भी शामिल थीं। पहले कहा गया था कि ये दोनों साइट हैक हो गई हैं, लेकि सरकार की ओर से कहा गया था कि साइट हैक नहीं हुई हैं बल्कि तकनीकी खामी है। जिन साइटों पर असर पड़ा, उनमें श्रम मंत्रालय, चुनाव आयोग और ईपीएफओ भी शामिल है।
इन सभी साइटों को नैशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर होस्ट करता है। एनआईसी को इस संदिग्ध हैकिंग की जांच के आदेश दिए गए थे। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि हो सकता है पोर्न देखने के कारण कम्प्यूटर्स पर मैलवेयर डाउनलोड हो गया है और साइट डाउन हो गई होगी।
पिल्लई यूपीए 2 के कार्यकाल में केंद्रीय गृह मंत्री हुआ करते थे। ऐसे में मुंबई में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आठ-नौ साल पहले जब मैं केंद्रीय गृह सचिव हुआ करता था तो हर 60 दिन पर सभी कम्प्यूटरों में गड़बड़ी मिलती थी। क्योंकि सीनियर अधिकारी व्यस्त रहते हैं जिस कारण से नीचे के कर्मचारियों के पास बहुत सारा वक्त होता था। जिस कारण से वह इंटरनेट पर पोर्न साइट्स पर जाते और वे सभी चीज डाउनलोड कर लेते, जिसकी वजह से सिस्टम में मैलवेअर डाउनलोड हो जाता।
गौरबतल है कि मैलवेयर एक खास किस्म का सॉफ्टवेअर होता है, जिसे बनाने का मकसद कम्प्यूटर सिस्टम को बाधित करना, नुकसान पहुंचाना या उनमें अनाधिकृत प्रवेश करना होता है।