ईडी ने अर्पिता के एक और ठिकाने पर मारा छापा, पूछताछ में कहा- पैसों वाले कमरों में जाने की अनुमति नहीं थी

By अनिल शर्मा | Published: July 29, 2022 07:57 AM2022-07-29T07:57:03+5:302022-07-29T08:08:30+5:30

ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि अर्पिता मुखर्जी ने दावा किया कि उन्हें उन कमरों में प्रवेश की अनुमति नहीं थी, जहां पैसे रखे जाते थे। पार्थ चटर्जी के आदमी आकर उस पैसे को रख जाते थे।

ed raided arpita mukherjeeays had no access to rooms where money was kept | ईडी ने अर्पिता के एक और ठिकाने पर मारा छापा, पूछताछ में कहा- पैसों वाले कमरों में जाने की अनुमति नहीं थी

ईडी ने अर्पिता के एक और ठिकाने पर मारा छापा, पूछताछ में कहा- पैसों वाले कमरों में जाने की अनुमति नहीं थी

Highlightsपैसोंवाले कमरों में प्रवेश की अनुमति नहीं थीः अर्पिता मुखर्जीपूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे पार्थ चटर्जीगुरुवार अर्पिता के एक अन्य फ्लैट पर भी की गई छापेमारी

कोलकाताः टीएमसी के बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी बंगाली अभिनेत्री, मॉडल अर्पिता मुखर्जी के घर से कई कीमती सामानों के अलावा कुल 50 करोड़ बरामद किए गए हैं। ईडी की पूछताछ में अर्पिता मुखर्जी ने कहा कि उन्हें अपने फ्लैट के कमरों में रखी गई राशि के बारे में पता नहीं था। ईडी ने अर्पिता के दक्षिण कोलकाता के फ्लैट से लगभग 21 करोड़ रुपये बरामद किए जिसके बाद उन्हें और पार्थ चटर्जी दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। बुधवार को एजेंसी ने बेलघरिया में उसके एक अन्य फ्लैट पर छापा मारा जहां से 28 करोड़ रुपए बरामद किए गए।

पैसोंवाले कमरों में प्रवेश की अनुमति नहीं थीः अर्पिता

ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि अर्पिता मुखर्जी ने दावा किया कि उन्हें उन कमरों में प्रवेश की अनुमति नहीं थी, जहां पैसे रखे जाते थे। पार्थ चटर्जी के आदमी आकर उस पैसे को रख जाते थे। अर्पिता मुखर्जी ने दावा किया है कि पैसा पार्थ चटर्जी का है। वह और उसके आदमी फ्लैट पर आते थे और पैसे जमा करते थे। पूछताछ में मुखर्जी ने बताया कि वह जानती थी कि पैसे जमा किए जा रहे हैं, लेकिन राशि के बारे में पता नहीं था क्योंकि उसकी पहुंच उन कमरों तक नहीं थी।

पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे पार्थ चटर्जी

बताया जा रहा है कि पार्थ चटर्जी ईडी को सही-सही जवाब नहीं दे रहे हैं जबकि अर्पिता पूछताछकर्ताओं के साथ सहयोग कर रही हैं। अर्पिता ने दावा किया कि पार्थ चटर्जी ने उनके फ्लैटों को 'मिनी बैंक' के रूप में इस्तेमाल किया। 500 और 2,000 के नोटों के ढेर को गिनने के लिए एजेंसी को विशेष मशीनों में लाना पड़ा और परिवहन के लिए ट्रकों की कमी हो गई। टीएमसी विरोध के बाद मंत्री पार्थ चटर्जी को बर्खास्त कर दिया।

अर्पिता के तीसरे फ्लैट पर भी की गई छापेमारी

गुरुवार को एजेंसी ने एक अन्य अपार्टमेंट पर छापा मारा, जो अर्पिता मुखर्जी से भी जुड़ा हुआ है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि अधिकारियों को इस फ्लैट से कुछ बरामद हुआ है या नहीं। ईडी के एक अधिकारी ने कहा, "यह (चिनार पार्क) अपार्टमेंट अर्पिता मुखर्जी का था और हमें संदेह है कि उनके अन्य फ्लैटों की तरह, यहां भी नकदी जमा हो सकती है। हम पड़ोसियों से बात कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यहां किस तरह की गतिविधियां की गई हैं।" इस फ्लैट की जानकारी खुद मुखर्जी ने दिया था।

पार्थ को टीएमसी ने किया बर्खास्त

तृणमूल ने गुरुवार को पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया और उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा, "जांच जारी रहने तक उन्हें निलंबित कर दिया गया है। दोषी साबित होने पर वह वापस आ सकते हैं। अभिषेक बनर्जी ने कहा, सीएम ने फैसला लिया और (पार्थ चटर्जी) मंत्री को हटा दिया गया। मामले की जांच चल रही है। अगर कोई कुछ गलत करता है तो 'उसे बख्शा नहीं जाएगा।'

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