देवासः एक करोड़ का बीमा हड़पने के लिए खुद को किया मृत घोषित, पत्नी और बेटा साजिश में शामिल 

By नितिन गुप्ता | Published: November 8, 2021 11:30 PM2021-11-08T23:30:02+5:302021-11-08T23:31:03+5:30

नगर निगम से पिता के मृत होने का प्रमाण पत्र बनाकर संबंधित लाइफ इंश्योरेंश कंपनी ब्रांच को दिया, लेकिन कंपनी को शक हुआ तो कंपनी के अधिकारियों ने शहर की कोतवाली पुलिस को एक आवेदन दिया।

​​​​​​​Dewas Declared himself dead grab insurance one crore wife and son involved in conspiracy | देवासः एक करोड़ का बीमा हड़पने के लिए खुद को किया मृत घोषित, पत्नी और बेटा साजिश में शामिल 

फिलहाल पुलिस ने मामले से जुड़े चार आरोपितों पर विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।

Highlightsपूरे मामले के क्लेम के षड्यंयंत्र का पर्दाफाश हो गया।मृत बताकर क्लेम के लिए करोड़ के लिए आवेदन दिया गया।46 वर्षीय व्यक्ति पुलिस को न सिर्फ जिंदा बल्कि स्वस्‍थ भी मिला।

देवासः मध्य प्रदेश के देवास में एक करोड़ रुपये का क्लेम लेने के लिए एक जिंदा व्यक्ति ने खुद को दस्तावेजों में मृत घोषित करवा लिया और  पत्नी के हाथों से इंश्योरेंस लेने के लिए कंपनी में आवेदन भी कर दिया। इस मामले में आरोपी के बेटे ने डाक्टर से  मौत का सर्टिफिकेट भी बनवा लिया।

इसके बाद नगर निगम से पिता के मृत होने का प्रमाण पत्र बनाकर संबंधित लाइफ इंश्योरेंश कंपनी ब्रांच को दिया, लेकिन कंपनी को शक हुआ तो कंपनी के अधिकारियों ने शहर की कोतवाली पुलिस को एक आवेदन दिया। जांच के बाद पूरे मामले के क्लेम के षड्यंयंत्र का पर्दाफाश हो गया, क्योंकि जिसे मृत बताकर क्लेम के लिए करोड़ के लिए आवेदन दिया गया।

वह 46 वर्षीय व्यक्ति पुलिस को न सिर्फ जिंदा बल्कि स्वस्‍थ भी मिला। फिलहाल पुलिस ने मामले से जुड़े चार आरोपितों पर विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। जिसमें मुख्य आरोपी (जो दस्तावेजों में मृत घोषित हुआ था) और फर्जी दस्तावेज तैयार करवाने वाले बेटे, सर्टिफिकेट बनाने वाले डाक्टर और आवेदन करने वाली आरोपी की पत्नी को आरोपी बनाया गया है।

पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली थाना प्रभारी उमरावसिंह के अनुसार  46 वर्षीय अब्दुल हनीफ निवासी देवास ने 2019 में आनलाइन एक करोड़ की जीवन बीमा पालिसी  ली थी। जिसकी सालाना किश्त लगभग 40 हजार रुपए बैंक द्वारा तय कि गई थी।

अब्दुल हनीफ ने मासिक रूप से  कुछ किश्तें कंपनी में जमा की थी, लेकिन 2019 में सितंबर माह में अब्दुल हनीफ के पुत्र इकबाल ने अपने पिता को मृत बताकर नगर पालिका निगम में मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन दिया। जिसमें इकबाल द्वारा एक डा. शाकिर मंसूरी निवासी लक्ष्मीनगर स्टेशन रोड से फर्जी दस्तावेजों पर साइन करवाकर सर्टिफिकेट तैयार करवाया था।

डाक्टर शाकिर के पास एयूएमएस की डिग्री है। इसके बाद इकबाल ने डाक्टर का साइन किया दस्तावेज देकर नगर निगम से मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवाया गया। फर्जी तरह से प्रमाण पत्र तैयार होने के बाद अब्दुल की  पत्नी रेहाना ने कंपनी में एक करोड़ के इंश्योरेंस के लिए आवेदन दिया था।

इंश्योरेंश कंपनी को  शक हुआ तो कोतवाली थाने में आवेदन दिया। जिसकी जांच सब-इंस्पेक्टर पुलिस द्वारा की गई। जांच में दस्तावेजों में खुद को मरा हुआ बताने वाले अब्दुल हनीफ स्वस्थ मिले। पुलिस ने अब्दुल व डाक्टर को गिरफ्तार कर लिया। अन्य दो आरोपितों की तलाश जारी है

क्लेम के खेल में चार लोगों को आरोपित बनाया है। दो आरोपित अब्दुल और डाक्टर शाकिर गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जबकि अब्दुल का बेटा इकबाल व उसकी मां रेहाना फरार हैं, जिसकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है। थाना कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।

Web Title: ​​​​​​​Dewas Declared himself dead grab insurance one crore wife and son involved in conspiracy

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