नई दिल्लीः अपने लोग ही धोखा देते हैं। हवस इंसान को क्या से क्या बना देता है। हवस के सामने कुछ भी दिखाई नहीं देता है। जिस शख्स को लड़की मामा कहती थी। उसी ने रिश्ते को शर्मसार कर दिया। अधिकारी ने दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ घिनौना काम किया।
11 अगस्त को दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में तैनात उप निदेशक परमोदय खाका (51 साल) पर एक नाबालिग लड़की से कथित तौर पर बलात्कार करने का मामला दर्ज किया था। यह घटना तब सामने आई, जब पीड़ित को एंग्जायटी अटैक के इलाज के लिए सेंट स्टीफंस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अस्पताल में काउंसलिंग के दौरान पीड़िता ने खुलासा किया कि डिप्टी डायरेक्टर ने उसके साथ कई बार रेप किया। अस्पताल ने बुराड़ी पुलिस स्टेशन को सूचित किया और प्राथमिकी दर्ज की गई। पीड़िता धारा 154 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की है और धारा 376 (2), 506, 509, 323, 313, 120 बी, 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और POCSO अधिनियम का भी मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर में 14 साल की पीड़िता ने डिप्टी डायरेक्टर की पत्नी पर भी शामिल होने का आरोप लगाया है। पुलिस के मुताबिक, पीड़िता के माता-पिता सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल थे। वह फिलहाल सिविल लाइंस इलाके में स्थित एक स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ रही है।
पीड़िता ने अपने बयान में कहा कि वह अक्सर अपने परिवार के साथ चर्च जाती थी, जहां डिप्टी डायरेक्टर भी अपने परिवार के साथ आते थे। चूंकि वे एक ही राज्य से थे, इसलिए परिवार दोस्त बन गए। 1 अक्टूबर 2020 को पीड़िता के पिता का निधन हो गया, जिसके बाद से वह तनाव में रहती थी।
डिप्टी डायरेक्टर उसे अपने घर ले आए। अपने घर पर रहने के दौरान, उसने नवंबर 2020 और जनवरी 2021 के बीच कई बार उसके साथ बलात्कार किया। जब पीड़िता उस दौरान गर्भवती हो गई, तो उसकी पत्नी ने उसे चुप रहने के लिए कहा। दंपति ने बच्चा गिराने की दवा बाजार से लाई, जो उसने पीड़िता को दे दी।