नोटबंदी के 14 महीने बाद भी पुरानी करेंसी एक्सचेंज करने का धंधा बंद नहीं हुआ है। मेरठ में शुक्रवार दोपहर को दिल्ली रोड स्थित राजकमल एन्क्लेव के प्रापटी डीलर संजय मित्तल के ऑफिस से 25 करोड़ के पुराने 500 और 1000 के नोट बरामद हुए हैं। पुलिस ने मुखबिर की सूचना के बाद छापा मारा था। पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में ले लिया है। वहीं इस गिरोह का मुखिया फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
दिल्ली से करेंसी बदलने आए थे लोग
पुलिस को यह भी सूचना मिली थी कि संजीव मित्तल के पास दिल्ली से चार-पांच लोग पुरानी करेंसी बदलने के लिए आए है। बिल्डर संजीव मित्तल के मेरठ में कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। मेरठ की पुलिस ने चारों आरोपी को परतापुर थाने में रखा है। इतनी सारी करेंसी कहां से लाए गए हैं और ये रुपये किसके हैं, इसकी पूछताछ की जा रही है।
पुलिस का दावा नोटबंदी के बाद सबसे बड़ी रिकवरी
पुलिस को बिल्डर के ऑफिस के भीतर प्लास्टिक के 10 कट्टों में 25 करोड़ रुपए की पुरानी करेंसी रखी हुई मिली। युपी पुलिस दावा कर रही है कि नोटबंदी के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी है।
बता दें कि पिछले साल दिसंबर मेरठ में ही एसटीएफ की टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था। ये लोग 15 फीसदी के कमीशन पर पुराने नोट लेकर नई करेंसी दे रहे थे। इनके पास से 8.80 लाख की नए नोट बरामद किए गए थे।